Lok Sabha Election 2024: राम गोपाल यादव के बेटे को मिला टिकट, चाचा की वजह से 2019 में मिली थी शिकस्त
UP News: समाजवादी पार्टी ने 16 लोकसभा प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी जिसमें फिरोजाबाद लोकसभा सीट से पूर्व सांसद अक्षय यादव को प्रत्याशी बनाया है. अक्षय यादव रामगोपाल यादव के बेटे हैं.
Firozabad News: समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने अपने पत्ते खोलने शुरु कर कर दिये हैं. मंगलवार को सपा ने 16 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है. पार्टी ने फिरोजाबाद लोकसभा सीट से एक बार फिर अक्षय यादव पर भरोसा जताया है. अक्षय यादव सैफई परिवार से आते हैं और समाजवादी पार्टी के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव के बेटे हैं.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा और पार्टी के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव पर समाजवादी पार्टी ने फिरोजाबाद सीट से दाव लगाया है. अक्षय यादव पूर्व में फिरोजाबाद लोकसभा सीट से ही निर्वाचित सदस्य रह चुके हैं. अक्षय यादव का जन्म 25 अक्टूबर 1986 को इटावा जनपद में हुआ था. अक्षय यादव लगातार फिरोजाबाद की राजनीति में सक्रिय बने हुए हैं और चुनाव की गतिविधियों के साथ-साथ पार्टी के कामों को करते रहते हैं.
2019 में बीजेपी से हारे थे चुनाव
सैफई परिवार और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के भाई अक्षय यादव को फिरोजाबाद लोकसभा सीट की जिम्मेदारी सौंप गई है. अक्षय यादव 2014 में फिरोजाबाद लोकसभा सीट से निर्वाचित हुए थे, 2014 में लोकसभा चुनाव में अक्षय यादव ने एसपी सिंह बघेल को हराकर चुनाव जीता था पर 2019 के लोकसभा चुनाव में अक्षय यादव को हार का सामना करना पड़ा. 2019 लोकसभा चुनाव में अक्षय यादव भाजपा प्रत्याशी चंद्रसेन जादौन से चुनाव हार गए.
अक्षय यादव 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के लिए सक्रिय नेता के तौर पर भूमिका निभाते रहे. पूर्व में समाजवादी पार्टी से शिवपाल यादव के अलग होने पर यह कयास लगाए जा रहे थे कि शिवपाल यादव फिरोजाबाद से अक्षय यादव के सामने चुनाव लड़ सकते हैं पर अब फिर से पूरा समाजवादी पार्टी परिवार एक साथ आ गया है और ऐसे में फिरोजाबाद लोकसभा सीट की जिम्मेदारी प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव के बेटे पूर्व सांसद अक्षय यादव को सौंप गई है.
ये भी पढ़ें: UP Politics: बस्ती से सपा ने राम प्रसाद चौधरी पर लगाया दांव, बसपा से रहा है पुराना नाता, अब देंगे BJP को टक्कर