Lok Sabha Election 2024: पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के बीच यूपी में 2024 को लेकर राजनीतिक बिसात बिछना शुरु हो गया है. यूपी में बीजेपी की स्थिति काफी मजबूत है, लेकिन इंडिया गठबंधन का मुकाबला करने के लिए वो कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है. ऐसे में माना जा रहा है बीजेपी यूपी में भी मध्य प्रदेश वाला फॉर्मूला अपना सकती है. दरअसल एमपी में बीजेपी ने अपने कई राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को विधानसभा चुनाव में उतार दिया है, अगर यूपी में भी टिकट बंटवारें के लिए इसी फॉर्मूले पर काम किया गया तो कई सिटिंग सांसदों के टिकट कट सकते हैं तो कई मंत्रियों को उतारा जा सकता है. 


मध्य प्रदेश में बीजेपी ने कई कद्दावर नेताओं को विधानसभा चुनाव में उतार एक नया प्रयोग किया है, माना जा रहा है राजस्थान में भी इस फॉर्मूले पर टिकट बंटवारा हो सकता है, जिसका असर आगामी लोकसभा चुनाव में यूपी के अंदर भी देखने को मिल सकता है. पार्टी एक ऐसा विनिंग फॉर्मूला बनाने में लगी है, जिससे विपक्ष की रणनीति धराशायी हो जाए. खबरों की मानें तो मध्य प्रदेश की तरह यूपी में भी कई बड़े चेहरों पर दांव चला जा सकता है. इनमें कई योगी सरकार के मंत्री भी शामिल हैं, जिन्हें लोकसभा चुनाव लड़ाने पर मंथन चल रहा है. 


इन चेहरों पर दांव चल सकती हैं बीजेपी


योगी आदित्यनाथ सरकार के जिन मंत्रियों को लोकसभा चुनाव लड़ाने की चर्चा जोरों पर हैं उनसे पहले दो नाम डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के हैं. दोनों के पास लोकसभा चुनाव लड़ने का अनुभव भी है. केशव प्रसाद मौर्य 2014 में फूलपुर से लोकसभा सांसद चुने गए थे. यहीं नहीं उनके बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए 2017 में बीजेपी को पूर्ण बहुमत भी मिला था. यही वजह है कि 2022 में सिराथू से हारने के बावजूद उन्हें फिर डिप्टी सीएण बनाया गया. वहीं ब्रजेश पाठक भी बसपा के टिकट पर उन्नाव से लोकसभा सांसद रह चुके हैं. उन्होंने 2016 में बीजेपी ज्वाइन कर ली थी.


2021 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए जितिन प्रसाद का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है. जितिन प्रसाद भी 2004 में शाहजहांपुर से और 2009 धौरहरा लोकसभा सीट से सांसद बन चुके हैं. जितिन प्रसाद अभी योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. उनके पास भी लोकसभा चुनाव लड़ने का अनुभव है और वो पार्टी का बड़ा ब्राह्मण चेहरा भी हैं.


योगी के मंत्रियों को दिया जा सकता है टिकट


सीएम योगी के जिन मंत्रियों को लोकसभा चुनाव लड़ाने पर विचार किया जा रहा है उनमें मंत्री नरेंद्र कश्यप, दयाशंकर मिश्रा, पीलीभीत से विधायक संजय गंगवार, आगरा ग्रामीण से बेबी रानी मौर्य, बलिया से विधायक दयाशंकर सिंह, सूर्य प्रताप शाही जैसे नाम भी शामिल हैं. वहीं मथुरा से विधायक श्रीकांत शर्मा और मनमोहन सरकार में मंत्री रह चुके आरपीएन सिंह को भी लोकसभा चुनाव में उतारा जा सकता है. 


बीजेपी जहां नए चेहरों पर दांव चल सकती है तो वहीं कई सिटिंग सांसदों के टिकट कट सकते हैं. इनमें कानपुर से सांसद सत्यदेव पचौरी, बरेली के सांसद संतोष गंगवार, मथुरा से सांसद हेमामालिनी और प्रयागराज की सांसद डॉ रीता बहुगुणा जोशी, डुमरियागंज के सांसद जगदम्बिका पाल, मेरठ के सांसद राजेन्द्र अग्रवाल और फिरोजाबाद के सांसद चंद्रसेन जादौन का नाम शामिल है. 


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