Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी पूरे जोर शोर से तैयारियों में जुटी हुई है और कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है. यही वजह है कि जहां एक तरफ तमाम सियासी समीकरणों को साधने की कोशिश की जा रही है तो वहीं संगठन में भी बड़े स्तर पर बदलाव किए जा रहे हैं. पार्टी जल्द ही मंडल और बूथ अध्यक्षों में बड़ा बदलाव करेगी. इसके तहत कमजोर मंडल और बूथ अध्यक्षों में बदलाव किया जाएगा.
2024 से पहले बीजेपी अपने संगठन को मजबूत करने में जुटी हुई है. पिछले दिनों पार्टी ने नए जिलाध्यक्षों और क्षेत्रीय अध्यक्षों में बदलाव किया था और अब पार्टी कमजोर मंडल और बूथ स्तर पर बदलाव की तैयारी कर रही है. निचले स्तर पर भी संगठन को मजबूत किया जाएगा. इसके तहत 1918 मंडलों में से करीब 200 मंडल अध्यक्ष बदले जाएंगे वहीं 10 फीसदी सेक्टर अध्यक्ष और महामंत्री भी बदले जाएंगे.
जिला स्तर पर भेजी गई पर्यवेक्षक टीम
बीजेपी ने इसके लिए जिला स्तर पर वरिष्ठ पदाधिकारी पर्यवेक्षक बनाकर भेजे हैं, जो जमीन स्तर पार्टी के संगठन को लेकर जानकारी इकट्ठा करेंगे. इन सभी पर्यवेक्षकों को 28 अक्टूबर तक प्रदेश नेतृत्व के सामने रिपोर्ट पेश करनी है, जिसके बाद नवंबर महीने में मंडल व बूथ स्तर समेत विभिन्ना मोर्चा संगठनों में भी बदलाव किया जा सकता है.
कमजोर मंडल और बूथ पर हो सकता है बदलाव
पार्टी की नजर ऐसे पदाधिकारियों पर है जो अपने क्षेत्र में सक्रियता से काम नहीं कर रहे हैं या फिर जहां पर पार्टी की स्थिति कमजोर है. पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट आने के बाद जल्द ही सगंठन में निचले स्तर पर भी बदलाव का फैसला लिया जा सकता है.
उत्तर प्रदेश में बीजेपी की स्थिति काफी मजबूत हैं. ऐसे में पार्टी ने लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 80 सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा है. यही वजह है कि बीजेपी उन सीटों पर खासतौर से फोकस कर रही है जहां 2019 के चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था या फिर कम अंतर से जीत हुई थी.