UP News: बीजेपी ने 2023 के निकाय चुनाव (Nikay Chunav) और 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav) को लेकर खास रणनीति बनाई है. लोकसभा में उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीट जीतने का लक्ष्य तय किया है. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए बीजेपी अब ऐसी रणनीति पर काम करने जा रही है जो विपक्षियों की चुनौती और बढ़ा देगी. पार्टी का मानना है कि उसने जो रणनीति बनाई है उसका फायदा भविष्य में होने वाले निकाय चुनाव से लेकर लोकसभा चुनाव तक मिलेगा. इसके तहत पार्टी अब पन्ना समितियां बनाएगी जो वोटर तक पहुंचने का जिम्मा संभालेगी. इससे पहले गुजरात में यह प्रयोग किया गया जो सफल हुआ. यूपी में गोला के उपचुनाव में भी पार्टी ने इसे प्रयोग किया था और जीत भी मिली. अब प्रदेश भर में इस रणनीति को लागू करेंगे.


पन्ना प्रमुखों की अगुवाई में पन्ना समिति को वोटर तक पहुंचने का जिम्मा दिया जाएगा. इसके तहत प्रत्येक 60 वोटर पर पांच कार्यकर्ताओं की पन्ना समिति बनाई जाएगी. पन्ना प्रमुख की व्यवस्था भी जारी रहेगी. इस तरह प्रमुख को मिलाकर इसमें छह सदस्य होंगे. इनका काम होगा पन्ने में दर्ज वोटर्स तक जाकर उनको बीजेपी सरकार की उपलब्धियां बताना और पार्टी के पक्ष में मतदान के लिए प्रेरित करना. जल्द ही इन समितियों का गठन कर हर जिले में पन्ना समिति सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. इन समितियों का गठन करने के साथ ही हर बूथ के ऐसे मतदाताओं को जोड़ा जाएगा जिनका अपने समाज में काफी प्रभाव है यानी जिनके कहने पर वोटर प्रभावित होते हैं. प्रभावी मतदाताओं की सूची बनाने के बाद उनका अलग से सम्मेलन कराया जाएगा. इसके अलावा पार्टी केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों का भी बड़ा सम्मेलन करेगी. 


क्या होते हैं पन्ना प्रमुख, पन्ना समितियां ?


वोटर लिस्ट के पन्ने के दोनों तरफ 30-30 वोटर का नाम होता है. इसका मतलब एक पन्ना और 60 वोटर है. अभी तक बीजेपी पन्ना प्रमुख बनाती रही. इसके तहत पन्ने के 60 वोटर में से किसी एक को ये जिम्मेदारी दी जाती रही कि वो बाकी वोटर से मिलकर पार्टी के पक्ष में वोट करने को प्रेरित करे. नई व्यवस्था में एक की जगह छह लोग मिलकर ये काम करेंगे. इसमें पन्ना प्रमुख ही इस पन्ना समिति का प्रमुख होगा. बीजेपी के प्रदेश महामंत्री और सरकार में सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने कहा कि पार्टी एक कैडर आधारित संस्थान है. हमारे इतने कार्यकर्ता हैं कि उन्हें कुछ ना कुछ काम भी देना पड़ता है. हमारा सिद्धांत हर काम के लिए कार्यकर्ता और हर कार्यकर्ता को काम है. पन्ना समिति बनाकर हम कार्यकर्ताओं को काम दे रहे हैं.


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