Lok Sabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने यूपी में अपनी तैयारी और तेज कर दी है. पार्टी की नजर अनुसूचित जाति के वोटरों पर टिकी हुई है, जो बसपा का कोर वोटबैंक माना जाता है. बीजेपी ने अब अनुसूचित जाती के वोटरों को साधने के लिए बड़ी रणनीति तैयार की है. इसके तहत प्रदेश में अनुसूचित जातियों को साधने के लिए महासम्मेलन कराए जाएंगे, जिसमें बड़ी संख्या में इन वोटरों को जोड़ने की कोशिश की जाएगी.
खबरों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी 2 नवंबर को यूपी में अनुसूचित जाति महासम्मेलन कराएगी. इस रैली में 5 लाख लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है. इस महासम्मेलन में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हो सकते हैं.
बीजेपी ने तेज की तैयारी
यूपी में बीजेपी ने अनुसूचित जाति महासम्मेलन की तैयारियां भी तेज कर दी हैं. ये महासम्मेलन अवध क्षेत्र को टारगेट करते हुए लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में आयोजित किया जाएगा. अवध क्षेत्र में सोलह लोकसभा सीटें आती हैं. इस महासम्मेलन के जरिए बीजेपी इस क्षेत्र में आने वाली सभी दलित बस्तियों में संपर्क करेगी. इसमें इन सभी बस्तियों से लोगों को लाने का लक्ष्य रखा गया है.
जिलावार नेताओं के साथ समीक्षा बैठक
सोमवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने इस सिलसिले में दलित नेताओं के साथ भी समीक्षा बैठक की और आगे की तैयारी को लेकर रणनीति बनाई. पार्टी ने इसके लिए जिलावार अपने अनुसूचित जाति के संगठन के साथ भी बात की है. प्रदेश भर में इसी तरह कई और दलित महासम्मेलन भी किए जाएंगे. बीजेपी प्रदेश में सभी जाति वर्ग और समूहों में पार्टी को मजबूत बनाने की कवायद में जुटी है. इस महासम्मेलन को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है.
बीजेपी पिछले दो चुनाव में दलित वोटरों के बीच पैठ बनाने में कामयाब भी रही है. बीजेपी दावा करती है कि उज्जवला योजना, हर घर शौचालय और फ्री राशन योजनाओं समेत गरीब कल्याण से जुड़ी योजनाओं की वजह से बड़ी संख्या में दलित वोटर बीजेपी के साथ जुड़े हैं. ऐसे में पार्टी इस वोटबैंक को और मजबूत करना चाहती है.