UP Congress News: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस (Congress) धीरे-धीरे अपनी सियासी जमीन को मजबूत कर रही है. पिछले कुछ समय में जिस तरह से पार्टी में कई बड़े नेताओं की वापसी हुई है, उससे पार्टी काफी उत्साहित है. ये नेता लगातार अलग-अलग जाति व समुदाय को पार्टी से साथ जोड़कर पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने का काम कर रहे हैं. इसका असर आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में देखने को मिल सकता है. कांग्रेस सपा (SP) से ज्यादा सीटों पर दावेदारी कर सकती है.
बीते बुधवार को कांग्रेस के पूर्व विधायक रहे गयादीन अनुरागी और दिलदार नगर से पूर्व बीजेपी एमएलए पशुपतिनाथ राय कांग्रेस में शामिल हो गए. अनुरागी प्रभावशाली दलित नेता हैं. उन्होंने साल 2021 समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली थी. हमीरपुर की राठ सीट पर उनका खासा प्रभाव माना जाता है. इससे पहले बागपत में आरएलडी के बड़े नेता रहे अहमद हामिद भी कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
कई बड़े नेताओं की कांग्रेस में हुई वापसी
भारत जोड़ो यात्रा और राहुल गांधी के बढ़ते प्रभाव के चलते अब कई पुराने बड़े नेता कांग्रेस की ओर रुख करने लगे हैं. कुछ समय पहले ही सहारनपुर में कांग्रेस का बड़ा मुस्लिम चेहरा रहे इमरान मसूद ने भी कांग्रेस में वापसी की है. विधानसभा चुनाव से पहले इमरान मसूद सपा में शामिल हो गए थे, लेकिन टिकट नहीं मिलने के बाद से वो नाराज चल रहे थे और फिर बसपा में शामिल हो गए, और अब उन्होंने फिर से कांग्रेस में वापसी कर ली है.
कांग्रेस में वापसी करने वालों में एक नाम हामिद का भी है. हामिद राज्य में तीन बार मंत्री रह चुके नवाब कौकब हामिद के बेटे हैं, जो चौधरी अजित सिंह के काफी करीब मित्र थे. इमरान मसूद और हामिद की कांग्रेस में वापसी से पश्चिमी यूपी में मुस्लिमों के बीच कांग्रेस फिर से मजबूत हो सकेगी.
यूपी में सियासी जमीन को मजबूत बनाने में जुटी कांग्रेस
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद अजय राय की मौजूदगी में जहां इन नेताओं ने कांग्रेस का दामन थामा है तो वहीं बृजलाल खाबरी के समय भी कुछ नेताओं की कांग्रेस में वापसी हुई है. इनमें सपा के संस्थापक सदस्य और मुलायम सिंह यादव के सहयोगी सीपी राय और सीतापुर से पूर्व बीजेपी विधायक राकेश राठौड़ का नाम शामिल है.
कांग्रेस नेता अजय राय का कहना है कि भारत जोड़ो यात्रा की सफलता और कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश के चुनावों में मिली जीत के बाद लोगों का कांग्रेस के प्रति नजरिया बदल रहा है. उन्होंने कहा कि हम आने वाले समय में भी पार्टी को और मजबूत करने का काम करेंगे. इन नेताओं के सहारे कांग्रेस यूपी में सपा के साथ सीटों को लेकर दबाव बना सकती है, जो पहले से मध्य प्रदेश को लेकर कांग्रेस से नाराज है और अखिलेश यादव तो यहां तक कह चुके हैं कि ऐसा ही व्यवहार कांग्रेस को यूपी में भी देखने को मिलेगा.