Lok Sabha Election 2024: सहारनपुर में प्रियंका गांधी के रोड शो में उमड़ा जनसैलाब, कहा- 'सत्ता के लिए सरकारें गिरा देंगे'
Priyanka Gandhi Roadshow: प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं हर जगह यही कह रही हूं कि ये चुनाव जनता का होना चाहिए, जनता के मुद्दों पर होना चाहिए. बीजेपी के नेता बेरोजगारी- महंगाई की बात नहीं कर रहे हैं.
Priyanka Gandhi Saharanpur Roadshow: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को सहारनपुर में अपना पहला रोड शो किया. उन्होंने लगभग 25 मिनट में 1.5 किलोमीटर की यात्रा की. यह रोड शो कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार इमरान मसूद के समर्थन में आयोजित किया गया था. प्रियंका गांधी ने सड़क के किनारे बड़ी संख्या में खड़े लोगों की ओर हाथ हिलाया और उनमें से कुछ से हाथ भी मिलाया. प्रियंका गांधी के साथ गाड़ी पर कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद, जिला पार्टी प्रभारी गणेश दत्त और अन्य कांग्रेस नेता मौजूद रहे.
इस दौरान कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं हर जगह यही कह रही हूं कि ये चुनाव जनता का होना चाहिए, जनता के मुद्दों पर होना चाहिए. मोदी जी और बीजेपी के नेता बेरोजगारी, महंगाई, किसानों, महिलाओं की बात नहीं कर रहे हैं. जो असली समस्याएं महिलाओं-किसानों की है, उनके बारे में बात ही नहीं हो रही है. बात इधर उधर की ध्यान भटकाने की हो रही है.
सहारनपुर में प्रियंका गांधी जी के रोडशो में उमड़ा भारी जनसैलाब
— UP Congress (@INCUttarPradesh) April 17, 2024
इस दौरान प्रियंका जी ने जनता से कहा कि आप अपने मुद्दे पर वोट करें और ऐसी सरकार बनाएं जो सिर्फ आपके लिए काम करे। pic.twitter.com/W7jaVKcyUS
उन्होंने आगे कहा कि जो सत्ता में बैठे हैं, वह माता शक्ति और सत्य के उपासक नहीं हैं, 'सत्ता' के उपासक हैं. वो सत्ता के लिए किसी भी हद तक गिर जाएंगे. सत्ता के लिए सरकारें गिरा देंगे, विधायकों को खरीदेंगे, अमीरों को देश की संपत्ति दे देंगे. यह हमारे देश की परंपरा नहीं है. भगवान श्रीराम 'सत्ता' के लिए नहीं, 'सत्य' के लिए लड़े. इसलिए हम उनकी पूजा करते हैं. आज रामनवमी का शुभ दिन है, इसलिए मैं बहुत खुश हूं. वाल्मीकि रामायण में लिखा है कि जब भगवान राम युद्ध भूमि में उतरे तो देखा कि माता की शक्तियां रावण के पास थीं. जिसके बाद उन्होंने नौ दिनों तक माता की आराधना की और 108 नील कमल मां के चरणों में अर्पण किए.
उन्होंने कहा कि जिसके बाद माता ने उनकी परीक्षा लेने को सोची और 108वां कमल छिपा दिया. लेकिन, भगवान राम के पास श्रद्धा की शक्ति थी, उन्हें याद आया कि उनकी मां उन्हें बचपन में 'राजीव लोचन' कहती थीं. यह बात याद आते ही भगवान राम अपने नयन निकालने ही जा रहे थे, तभी माता ने उन्हें रोकते हुए कहा कि मैं तुम्हारी श्रद्धा से प्रसन्न हुई. मेरी शक्ति तुम्हारे साथ है. हम भगवान राम को इसलिए पूजते हैं, क्योंकि उन्होंने सच्ची श्रद्धा के साथ यह लड़ाई लड़ी और जनता को सर्वोपरि रखा. जनता पर अन्याय करने वाली भाजपा की विदाई तय है.