UP News: उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने अपने पुराने ब्राह्मण, दलित और मुस्लिम फॉर्मूले पर काम शुरु कर दिया है. अन्य प्रयोगों से निराशा हाथ आने पर कांग्रेस अपने पुराने समीकरणों को वापस साधने में जुटी हुई है. साल 2024 चुनाव के पहले यूपी कांग्रेस में हुए परिवर्तन और यूपी कांग्रेस की रणनीतियां कांग्रेस के अपने पुराने फार्मूले ब्राह्मण, दलित और मुस्लिम को एक साथ लाने की तरफ इशारा कर रही हैं. हाल ही में अजय राय (भूमिहार, ब्राह्मण ) के अध्यक्ष बनाए जाने के बाद कांग्रेस को समझने वाले लोग BDM फॉर्मूले की बात कर रहे हैं. कांग्रेस का BDM फार्मूला सबसे मुफीद रहा है और इसके दम पर ही कांग्रेस दशकों तक सत्ता में राज की है. अब इसी समीकरण के साथ पूरी आक्रामकता से कांग्रेस अपनी जमीन पाने के लिए संघर्ष करेगी.


यूपी कांग्रेस की बात करें तो उत्तर प्रदेश में रीता बहुगुणा जोशी (ब्राह्मण) की अगुवाई में 2009 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस ने लड़ा था और तब कांग्रेस ने 21 सीटें हासिल हुई थी. इसके बाद 2012 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को 28 सीटें उत्तर प्रदेश में मिली थी लेकिन इसके बाद से ही गैर ब्राह्मण का प्रयोग कांग्रेस ने शुरू किया और लगातार 2014, 2017, 2019 और 2022 में कांग्रेस की हालत लगातार खराब होती गई.


किस प्रदेश अध्यक्ष के समय क्या थी स्थिति


रीता बहुगुणा जोशी के बाद कांग्रेस ने निर्मल खत्री को अध्यक्ष बनाया और उनके कार्यकाल में कांग्रेस पार्टी 2014 के लोकसभा चुनाव में सिर्फ अमेठी और रायबरेली ही जीत सकी. इसके बाद पार्टी ने राज बब्बर को कमान दी और वह 2019 तक अध्यक्ष रहे पर उनके कार्यकाल में भी कई प्रयोग हुए सपा के साथ मिलकर विधानसभा का चुनाव लड़ा लेकिन पार्टी का जनाधार लगातार सिकुड़ता चला गया. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ 7 सीट जीत पाई और लोकसभा चुनावों में पार्टी अपनी पुरानी सीट अमेठी तक हार गई. उसे सिर्फ रायबरेली से संतोष करना पड़ा. राज बब्बर के बाद पार्टी ने पिछड़ों में पैठ रखने वाले नेता अजय लालू को प्रदेश अध्यक्ष बनाया लेकिन पार्टी लगातार हाशिए पर जाती रही और 2022 चुनाव में सिर्फ दो सीट पार्टी जीत पाई. इस चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष लल्लू भी चुनाव हार गए. प्रयोग के तौर पर उसके बाद बहुजन समाज पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए दलित नेता बृजलाल खबरी को कांग्रेस ने अपना प्रदेश अध्यक्ष बनाया लेकिन उनका भी पार्टी को कोई लाभ नहीं मिला और लोकल बॉडीज चुनाव में कांग्रेस हाशिए पर चली गई फिर मात्र 10 महीने में पार्टी ने उनको हटा दिया.


कैसे लागू हो रहा BDM फॉर्मूला


कांग्रेस के रणनीतिकारों ने अब BDM फार्मूले पर चलते हुए अपना नया प्रदेश अध्यक्ष अजय राय (भूमिहार, ब्राह्मण) को बनाया. वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कई रैलियां आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में कराकर दलितों को साधने की कोशिश भी करेगी. इसके साथ ही मुसलमानों के बीच में पहुंचने के लिए कांग्रेस तमाम अभियान चला रही है. फिलहाल 5 लाख मुसलमानों तक पहुंचाने का हस्ताक्षर अभियान इसी सितंबर माह में चलाया जा रहा है. इसी BDM फार्मूले के तहत कांग्रेस की रणनीति है कि वह एक बड़े तबके के बीच की नुमाइंदगी करते हुए लोगों तक पहुंच सके और अजय राय जैसे फायर ब्रांड नेता से संगठन में जान फूंक सके.


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