Lok Sabha Election 2024 Dates: गोरखपुर-बस्ती मंडल में कब-कब होगी वोटिंग, जानें लोकसभा सीटों का समीकरण
UP Lok Sabha Election 2024 Schedule: गोखपुर-बस्ती मंडल में चुनाव काफी रोचक और घमासान होने वाला है. दोनों ही मंडल की सीटों पर छठें और सातवें चरण में चुनाव होंगे.
UP Lok Sabha Election 2024: मुख्य चुनाव आयुक्त की घोषणा के साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. सात चरणों में चुनाव होंगे. पहले चरण में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव की शुरुआत होगी. तो वहीं एक जून को सातवें चरण में चुनाव सम्पन्न होगा. 4 जून को मतगणना के बाद रिजल्ट घोषित हो जाएगा. आचार संहिता लागू होने के साथ ही राजनीतिक पार्टियां चुनावी बिसात पर मोहरों को बैठाकर जीत सुनिश्चित करने के लिए कमर कस रही हैं. गोरखपुर और बस्ती मंडल की नौ लोकसभा सीटों पर भी चुनाव काफी रोचक और घमासान होने वाला है. दोनों ही मंडल में छठें और सातवें चरण में चुनाव होंगे. गोरखपुर-बस्ती मंडल की अधिकतर सीटों पर बीजेपी ने पत्ते खोल दिए हैं. वहीं इंडिया गठबंधन और बसपा ने अभी अधिकतर सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है.
गोरखपुर-बस्ती मंडल की सीट
गोरखपुर मंडल की गोरखपुर सदर, बांसगांव, कुशीनगर, महरागंज, देवरिया और सलेमपुर लोकसभा सीट पर सातवें चरण में मतदान होगा. सातवें चरण में 1 जून को इन सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इसके पहले छठे चरण में 25 मई को बस्ती, डुमरियागंज और संतकबीरनगर में चुनाव होगा. गोरखपुर-बस्ती मंडल की कुल 9 लोकसभा सीटों में कई वीआईपी शामिल है. आइए जान लेते हैं इन वीआईपी सीटों का क्या समीकरण है. क्योंकि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी ने इन सभी सीटों पर क्लीन स्वीप किया था. तो वहीं साल 2022 के विधानसभा चुनाव में गोरखपुर सदर और बांसगांव की सभी सीटों पर बीजेपी ने क्लीन स्वीप कर राजनीति के जानकारों को अचंभे में डाल दिया था.
बीजेपी ने पहली लिस्ट में पूर्वी यूपी यानी गोरखपुर बस्ती मंडल की लोकसभा सीटों पर सिटिंग एमपी को खड़ा किया है. सवर्ण, ओबीसी और दलित वोट बैंक को साधने की कोशिश की गई है. केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी छह बार महाराजगंज लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं. बीजेपी ने सातवीं बार पंकज चौधरी पर विश्वास जताया है. इसके अलावा डुमरियांगज से सांसद जगदंबिका पाल, बस्ती से सांसद हरीश द्विवेदी और सलेमपुर लोकसभा सीट से रविन्द्र कुशवाहा जीत की हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव मैदान में उतरेंगे. गोरखपुर के सांसद रविकिशन, संतकबीरनगर के सांसद प्रवीण निषाद और कुशीनगर के सांसद विजय दुबे पर शीर्ष नेतृत्व ने लगातार दूसरी बार भरोसा जताया है. हालांकि देवरिया सदर सीट पर बीजेपी और इंडिया गठबंधन ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं. इसके साथ ही बांसगांव सीट पर जहां कमलेश पासवान पर बीजेपी ने तीसरी बार विश्वास जताया है. तो वहीं इंडिया गठबंधन ने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है.
गोरखपुर सदर लोकसभा सीट से सपा की उम्मीदवार काजल निषाद जोर-शोर से प्रचार-प्रसार में लगी हैं. बस्ती से इंडिया गठबंधन ने सपा से राम प्रसाद चौधरी को टिकट दिया है. कांग्रेस की संभावित बांसगांव लोकसभा सीट पर पूर्व मंत्री सदल प्रसाद और हरियाणा के पूर्व राज्यपाल दिवंगत महावीर प्रसाद की बेटी निर्मला देवी दावेदारों की रेस में आगे चल रहे हैं. कुशीनगर की सीट सपा के खाते में है. लेकिन अभी इस सीट पर कोई उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं हुई है. देवरिया सीट पर भी इंडिया गठबंधन ने नाम घोषित नहीं किया है. लेकिन कांग्रेस के खाते में जाने वाली इस सीट पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह जोर-शोर से चुनाव प्रचार कर रहे हैं.
महाराजगंज लोकसभा सीट पर भी इंडिया गठबंधन ने उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है. लेकिन संभावना जताई जा रही है कि हाल ही में कांग्रेस का दामन थामने वाले अमन मणि त्रिपाठी पर कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व दांव लगा सकता है. कांग्रेस से फरेंदा के विधायक विरेन्द्र चौधरी का नाम भी आगे चल रहा है. सिद्धार्थनगर की डुमरियागंज लोकसभा सीट पर भी इंडिया गठबंधन ने प्रत्याशी नहीं उतारा है. अभी संशय बरकरार है. बसपा ने भी किसी उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है. सलेमपुर लोकसभा सीट पर गठबंधन ने किसी के नाम पर मुहर नहीं लगाई है. संतकबीरनगर की सीट भी सपा के खाते में जाने की पूरी संभावना है. इस सीट पर इंडिया गठबंधन से संभावित उम्मीदवार पूर्व विधायक विजय बहादुर यादव, पूर्व सांसद भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी, सन्नी यादव, सपा से पूर्व सांसद स्वर्गीय भालचंद यादव के लड़के सुबोध यादव तैयारी कर रहे हैं. सपा से यहां जय चौबे के भी नाम की चर्चा है.
1. गोरखपुर सदर लोकसभा सीट
गोरखपुर लोकसभा सदर सीट पर बीजेपी की पहली सूची में दूसरी बार चुनाव लड़ने के लिए सांसद और अभिनेता रविकिशन को टिकट मिला है. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी रविकिशन को 3 लाख से अधिक वोट प्राप्त हुए. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सपा के रामभुआल निषाद को करारी शिकस्त दी. उन्होंने महत्वपूर्ण सीट पर जीत दर्ज कर पीठ और शीर्ष नेतृत्व के साथ जनता का विश्वास कायम रखा. रविकिशन ने रामभुआल निषाद को 3,01,664 वोटों से हराया. उनके खाते में 7,17122 वोट गये, जबकि निषाद को 4,15,458 वोट मिले.
2. महाराजगंज लोकसभा सीट
महाराजगंज सीट पर केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी 6 बार सांसद रहे हैं. उन्हें बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने सातवीं बार चुनाव मैदान में टिकट देकर उतारा है. पंकज चौधरी कुर्मी बिरादरी के बड़े नेता माने जाते हैं. महाराजगंज की सियासत में पकड़ रखने वाले केंद्रीय वित्तराज्य मंत्री पंकज चौधरी को बीजेपी ने एक बार फिर महाराजगंज से उम्मीदवार घोषित किया है. 60 वर्षीय सांसद पंकज चौधरी की सियासी छवि जिले में शालीन नेता की है. कुर्मी बिरादरी में अच्छी पकड़ के साथ उनको सोशल इंजीनियरिंग में भी महारत हासिल है. 2019 के लोकसभा चुनाव में पंकज चौधरी को 7,26,349 वोट मिले. सपा प्रत्याशी कुंवर अखिलेश सिंह 3,85,925 वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे.
3. डुमरियागंज लोकसभा सीट
82 वर्षीय जगदंबिका पाल ने पाला बदलकर 2014 में बीजेपी का दामन थाम लिया. जगदंबिका पाल गृहजनपद सिद्धार्थनगर लोकसभा सीट पर तीन बार से लगातार विजय पताका फहराकर संसद पहुंचने में कामयाब हुए. किसी समय कांग्रेस का झंडा बुलंद करने वाले जगदंबिका पाल बीजेपी की सक्रिय राजनीति कर रहे हैं. साथ ही अपने संसदीय क्षेत्र में क्षेत्र के विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं. जिसे देखते हुए बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में सिद्धार्थनगर से एक बार फिर उम्मीदवार घोषित कर दिया. डुमरियागंज संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीतकर जगदम्बिका पाल ने इतिहास रच दिया था. इस सीट से जीत की हैट्रिक लगाने वाले पहले सांसद बन चुके हैं. जगदंबिका पाल ने डुमरियागंज का रुख पहली बार 2004 में किया था. उस समय उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन बीएसपी के मोहम्मद मोकीम से हार गए थे.
2009 के चुनाव में भी कांग्रेस के टिकट पर उम्मीदवार बने. उनके सामने बीजेपी के जयप्रताप सिंह थे, मगर जगदंबिका पाल से हार गए. केन्द्रीय चुनाव समिति ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. डुमरियागंज लोकसभा सीट से जगदम्बिका पाल को तीसरी बार चुनाव लड़ने का मौका मिला है. बीजेपी प्रत्याशी जगदम्बिका पाल ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में लगभग 3 लाख मत पाए थे और निकटतम प्रत्याशी हाजी मुहम्मद मुकीम को लगभग 1 लाख मतों के अंतर से हराया था. 2019 के लोकसभा चुनाव में जगदम्बिका पाल को लगभग 4 लाख 90 हजार मत प्राप्त हुए थे. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी आफताब आलम को लगभग 1 लाख मतों के अंतर से हराया था.
4. कुशीनगर लोकसभा सीट
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने कुशीनगर सीट पर उम्मीदवार बदलकर विजय कुमार दुबे को मैदान में उतारा. विजय कुमार दुबे उम्मीदों पर खरा उतरते हुए बीजेपी का विजयपताका फहराने में कामयाब हुए. एक बार फिर बीजेपी ने 64 वर्षीय सांसद विजय कुमार दूबे पर विश्वास जताते हुए कुशीनगर से लोकसभा का उम्मीदवार घोषित किया है. कुशीनगर संसदीय क्षेत्र से 2019 में बीजेपी के विजय दुबे सांसद निर्वाचित हुए थे. उन्होंने गठबंधन से सपा प्रत्याशी एनपी कुशवाहा को 3,37,560 मतों के अंतर से पराजित किया था. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह तीसरे स्थान पर रहे.
इस सीट पर पहली बार 2009 में आम चुनाव हुए, जिनमे कांग्रेस के आरपीएन सिंह ने जीत दर्ज की थी. लेकिन साल 2014 में मोदी लहर में बीजेपी को जीत मिली और राजेश पाण्डेय सांसद बने. तथागत गौतम बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली के रूप में कुशीनगर वैश्विक मानचित्र पर प्रमुखता से अंकित है. यह क्षेत्र बुद्ध और गुप्तकाल के कई प्राचीन धरोहरों को भी समेटे हुए है. मान्यता है कि यह क्षेत्र भगवान श्रीराम के पुत्र कुश की राजधानी था और तब इसका नाम कुशावती था.
5. बांसगांव लोकसभा सीट
बांसगांव लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद 48 वर्षीय कमलेश पासवान तीन बार लगातार कमल खिलाने में कामयाब हो रहे हैं. बीजेपी ने एक बार फिर कमलेश पासवान को बांसगांव लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाकर जनता की कसौटी पर खरा उतरने के लिए भेज दिया है. कमलेश पासवान बांसगांव से चौथी बार चुनाव लड़ेंगे. 2019 में बांसगांव लोकसभा सीट से बीजेपी के कमलेश पासवान सर्वाधिक 5,46,673 मत पाकर विजेता बने थे. बसपा के सदल प्रसाद 3,93,205 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे.
6. बस्ती लोकसभा सीट
बस्ती लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद हरीश द्विवेदी तीसरी बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं. बीजेीप शीर्ष नेतृत्व ने तीसरी बार भरोसा जताकर उम्मीदवार बनाया है. इससे पहले साल 2014 और 2019 की मोदी लहर में चुनाव लड़कर जीत हासिल कर चुके हैं. हरीश द्विवेदी का जन्म 22 अक्टूबर 1973 में हुआ था. 16वीं और 17वीं लोकसभा के सदस्य बीजेपी से बने. वर्तमान में हरीश द्विवेदी बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव हैं.
7. सलेमपुर लोकसभा सीट
सलेमपुर लोकसभा सीट से बीजेपी ने रविन्द्र कुशवाहा को तीसरी बार टिकट देकर भरोसा जताया है. इससे पहले साल 2014 में भी बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतकर सांसद बन चुके हैं. साल 2019 में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल कर संसद सदस्य बने. इस बार साल 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है. रविन्द्र कुशवाहा का जन्म 16 मई 1962 को हुआ था. उनके पिता स्वर्गीय हरिसेवक प्रसाद सलेमुपर सीट से चार बार सांसद और दो बार विधायक रहे हैं.
8. संतकबीरनगर लोकसभा सीट
संतकबीरनगर लोकसभा सीट पर निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद ने बीजेपी के टिकट पर साल 2019 में जीत हासिल की. इसके बाद उन्होंने लगातार सुर्खियां बटोरी. साल 2009 में अस्तित्व में आई संतकबीरनगर लोकसभा सीट से बसपा के टिकट पर भीष्म शंकर तिवारी ने जीत हासिल की थी. इसके बाद साल 2014 में ये सीट मोदी लहर में बीजेपी के खाते में आ गई. बीजेपी के शीर्ष नेताओं में शुमार रमापति राम त्रिपाठी के पुत्र दिवंगत शरद त्रिपाठी ने इस सीट पर कमल खिलाया. इसके बाद साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रवीण निषाद को टिकट मिला और उन्होंने जीत हासिल की. इस बार फिर बीजेपी ने प्रवीण निषाद को दूसरी बार टिकट देकर विश्वास जताया है.