Lok Sabha Election 2024: समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को अपने 16 लोकसभा प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें डिंपल यादव का भी नाम शामिल है. समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव को मैनपुरी सीट से लोकसभा प्रत्याशी घोषित किया है, वर्तमान में डिंपल यादव मैनपुरी से सांसद है. मैनपुरी सीट पर लंबे समय से समाजवादी पार्टी का कब्जा रहा है. 


समाजवादी पार्टी का किला कहीं जाने वाली मैनपुरी लोकसभा सीट से डिम्पल यादव निर्वाचित सांसद हैं. माना जाता है कि मैनपुरी लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ है. मैनपुरी लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी बनाई गई डिंपल यादव अपनी शालीनता के लिए जाने जाती है, डिंपल यादव भारतीय राजनीति के बड़े घराने सैफई परिवार की बहु है, समाजवादी पार्टी के संस्थापक और दिग्गज नेता मुलायम सिंह यादव की पुत्रवधू है, इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की धर्मपत्नी है.


1999 में हुआ डिंपल का विवाह
वर्ष 1999 में अखिलेश यादव और डिंपल यादव का विवाह हुआ था. डिंपल यादव राजनीतिक परिवार से नहीं आती पर सैफई परिवार की बहु बनने के बाद राजनीति में सक्रिय हो गई. डिंपल यादव ने 2009 में फिरोजाबाद सीट से उपचुनाव लड़ा था. फिरोजाबाद लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के पास लंबे समय तक रही, डिंपल यादव ने 2009 में फिरोजाबाद लोकसभा उपचुनाव लड़ा और चुनाव हार गई. 


अखिलेश यादव ने फिरोजाबाद और कन्नौज दोनों लोकसभा से चुनाव लड़ा था और दोनों सीट पर जीत दर्ज की थी पर अखिलेश यादव ने कन्नौज सीट को चुना और जिसके चलते फिरोजाबाद लोकसभा सीट खाली हो गई जिस पर 2009 में डिंपल यादव ने उप चुनाव लड़ा पर हार का सामना करना पड़ा. 2012 में अखिलेश यादव के उत्तर प्रदेश विधान परिषद में जाने के कारण कन्नौज सीट पर उपचुनाव हुआ और डिंपल यादव निर्विरोध निर्वाचित हुई और भारतीय राजनीति में निर्विरोध निर्वाचित होने का इतिहास में अपना नाम दर्ज किया. 


2019 लोकसभा में करना पड़ा था हार का सामना
डिंपल यादव कन्नौज से दो बार सांसद रही लेकिन 2019 के हुए लोकसभा चुनाव में डिम्पल यादव को हार का सामना करना पड़ा. 2019 के लोकसभा चुनाव में डिंपल यादव समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की संयुक्त प्रत्याशी थी पर भाजपा के सुब्रत पाठक के सामने चुनाव हार गई. डिंपल यादव के कन्नौज से चुनाव हारने के बाद समाजवादी पार्टी में एक निराशा हुई क्योंकि कन्नौज को भी सपा का गढ़ माना जाता रहा है और लंबे समय तक समाजवादी पार्टी का कब्ज़ा रहा था. 


2022 में मैनपुरी से सांसद मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद विरासत बचाने के लिए डिंपल यादव को मैदान में उतर गया और 2022 के उपचुनाव में डिंपल यादव ने बड़ी जीत दर्ज की और तीसरी बार लोकसभा पहुंची. डिंपल यादव समाजवादी पार्टी में सक्रिय भूमिका निभाती रही है इसके साथ ही 2017 के हुए विधानसभा चुनाव में डिंपल यादव को समाजवादी पार्टी की ओर से चुनाव प्रचार में उतारा गया और डिंपल यादव ने विधानसभा चुनाव में कई जनसभाएं की थी.


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