Lok Sabha Election 2024: बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में पहली लिस्ट में ही 51 उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है. पार्टी ने लिस्ट में ज्यादातर अपने पुराने प्रत्याशियों पर भी भरोसा जताया है. लेकिन अब भी कुछ ऐसी सीट हैं जिन पर पेंच फंसा हुआ है.  


बीजेपी ने राज्य की छह लोकसभा सीटें अपने सहयोगियों को गठबंधन के तहत दी है. जबकि बाकी लोकसभा सीटों पर बीजेपी चुनाव लड़ेगी. इनमें से 51 पर बीजेपी ने बीते शनिवार को उम्मीदवारों के नामों का एलान कर दिया. इनमें से 47 सीटों पर पुराने प्रत्याशियों पर ही भरोसा जताया गया है 


इस सीट पर फंसा पेंच
बीजेपी बची हुई सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर मंथन कर रही है. इस बीच यूपी की ग़ाज़ीपुर सीट चर्चा का विषय बनी हुई है. इसकी एक वजह ये हैं कि 2019 में जब यूपी में पीएम मोदी लहर चल रही थी तब भी यहां बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. बीजेपी के मनोज सिन्हा को मुख्तार अंसारी के भाई और बसपा के अफजाल अंसारी ने हरा दिया.


दरअसल मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में गाजीपुर से बीजेपी सांसद मनोज सिन्हा को पहले रेल राज्य मंत्री बनाया गया फिर उनका कद बढ़ता ही चला गया. उन्होंने संचार मंत्री के तौर पर स्वतंत्र प्रभार की जिम्मेदारी भी निभाई. 2019 का चुनाव आते-आते उनकी गिनती पार्टी के बड़े नेताओं में होने लगी. 


मनोज सिन्हा हाईकमान के पसंदीदा लिस्ट में आते थे. बीजेपी ने 2019 के चुनाव में फिर से उन्हें गाजीपुर से उम्मीदवार बनाया गया. लेकिन, इस बार बीजेपी का ये दांव उलटा पड़ गया और गाजीपुर सीट से मनोज सिन्हा चुनाव हार गए. यही वजह है कि इस सीट को लेकर चर्चा तेज है. 


बीजेपी ने अभी तक इस सीट पर अपने उम्मीदवार के नाम का एलान नहीं किया है. पहले तो गाजीपुर सीट को लेकर कई तरह के कयास लगाए गए. कहा गया कि सुभासपा को यह सीट बीजेपी के साथ गठबंधन के तहत मिल सकती है. लेकिन ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है. और अब इस सीट पर तमाम दावेदार सामने आ रहे हैं. ऐसे में पार्टी किसे मौका देगी ये देखना दिलचस्प होगा. 


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