Lok Sabha Election 2024: 27 साल से कोई नहीं तोड़ पाया रिकार्ड, हर बार बदल रहा वोटर्स का मन, BJP का दांव भी फेल
Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में बीते दो चुनावों के दौरान बीजेपी की लहर ने हर किले को धवस्त किया है. लेकिन पूर्वांचल की एक सीट पर पार्टी का हर दांव फेल रहा है.

Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की घोसी लोकसभा सीट पर इस बार एनडीए और इंडिया गठबंधन ने अपने उम्मीदवारों के नाम का एलान कर दिया है. बीएसपी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. समाजवादी पार्टी ने यहां राजीव राय को अपने उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतारा है. जबकि एनडीए के ओर से सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने अपने बेटे अरुण राजभर को अपना प्रत्याशी बनाया है.
लेकिन बीते चार चुनावों की बात करें तो इस सीट पर हर बार वोटर्स का मन बदलता रहा है. बीते चार चुनाव में क्रम से सपा, बीएसपी, बीजेपी और बीएसपी ने जीत दर्ज की है. इस सीट पर छह बार कांग्रेस और पांच बार लेफ्ट ने जीत दर्ज की थी. लेकिन अब इन दोनों पार्टियों की हालत बीते तीन चुनावों में खस्ता हो गई है. बीते चुनाव में सपा और बीएसपी गठबंधन से यहां अतुल राय ने जीत दर्ज की थी.
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27 साल से बदला मन
अतुल राय भूमिहार समाज से आते हैं और रेप केस के आरोप में बीते लगभग चार साल जेल में बंद रहे. इसी साल उन्हें कोर्ट ने बरी किया है, जिसके बाद वह जेल से बाहर आए हैं. 1989 से घोसी में भूमिहार समाज से आने वाले कल्पनाथ राय ने लगातार चार बार जीत दर्ज की थी. लेकिन 1999 में कल्पनाथ राय को हराकर बीएसपी के बालकृष्ण ने जीत दर्ज कर उनके वर्चस्व को तोड़ा था.
हालांकि 2004 में सपा के चंद्रदेव प्रसाद राजभर ने जीत दर्ज की. जबकि 2009 में इसी सीट पर बीएसपी से दारा सिंह चौहान ने जीत दर्ज की थी. अभी वह बीजेपी के एमएलसी हैं और बीते साल ही वह सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं. 2014 में बीजेपी ने पहली बार इस सीट पर मोदी लहर में जीत दर्ज की थी. बीजेपी के टिकट पर हरिनारायण राजभर चुनाव जीते थे.
जातीय समीकरण की बात करें तो करीब 20 लाख वोटर्स वाली इस सीट पर भूमिहार, मौर्य, यादव, प्रजापति, राजपूत और दलित वोटर्स की बहुतला है. लेकिन खास बात यह है कि बीते 27 सालों के दौरान छह में हर बार नए उम्मीदवार की जीत हुई है. कोई भी मौजूदा सांसद अपने सीट बचाने में कामयाब नहीं हो पाया है.
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