UP Politics: चौधरी परिवार के गढ़ में अखिलेश यादव ने खोले अपने पत्ते, RLD के रास्ते बंद, इस फैसले से जयंत चौधरी की बढ़ी मुश्किल
समाजवादी पार्टी ने अब आरएलडी के लिए गठबंधन में वापसी के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं. वहीं चौधरी परिवार की सीट पर भी अखिलेश यादव ने उम्मीदवार के नाम का एलान कर दिया है.
Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में अब समाजवादी पार्टी गठबंधन से जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी अलग हो गई है. आरएलडी ने अब बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के साथ जाने के संकेत दे दिए हैं. हालांकि अभी आरएलडी की फाइनल डील एनडीए गठबंधन के साथ सामने नहीं आई है. लेकिन इसके बाद भी जयंत चौधरी की खामोशी को लेकर सवाल उठ रहे हैं. वहीं दूसरी ओर अखिलेश यादव ने उनके लिए गठबंधन में वापसी के रास्ते बंद कर दिए हैं.
सपा के ओर से अभी तक 80 सीटों में से 27 सीटों पर उम्मीदवारों का एलान किया जा चुका है. पहले सूची में 16 उम्मीदवारों का एलान किया गया था. जबकि दूसरी सूची में 11 उम्मीदवारों के नाम का एलान किया गया. लेकिन सबसे खास बात ये है कि अखिलेश यादव ने दूसरी सूची जारी करते ही जयंत चौधरी के लिए गठबंधन में वापसी के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं. सपा प्रमुख ने चौधरी परिवार के गढ़ कहे जाने वाली मुजफ्फरनगर सीट पर अपने उम्मीदवार का एलान इस लिस्ट में कर दिया है.
परिवार के गढ़ में खोल दिए पत्ते
सपा ने यूपी की मुजफ्फरनगर सीट से हरेंद्र मलिक को अपना उम्मीदवार बना दिया है. इस सीट पर जयंत चौधरी का परिवार हमेशा से चुनाव लड़ते रहा है. यानी अखिलेश यादव ने चौधरी परिवार के गढ़ में अपने पत्ते खोल दिए हैं तो उन्होंने आरएलडी के लिए गठबंधन में वापसी के रास्ते भी बंद कर दिए हैं. दूसरी ओर अभी तक एनडीए के साथ जयंत चौधरी की पार्टी की बात फाइनल नहीं हो पाई है.
गौरतलब है कि बीते चुनाव में जयंत चौधरी के पिता अजीत सिंह इसी सीट से चुनाव लड़े थे. हालांकि इस सीट पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. बीते दो चुनावों के दौरान बीजेपी ने इस सीट पर अपना दबदबा बना लिया है. बीते दोनों चुनावों में बीजेपी के टिकट पर संजीव बाल्यान चुनाव जीते हैं, जो अभी केंद्र सरकार में मंत्री भी हैं.