Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन एकजुट होकर बीजेपी (BJP) का मुकाबला करने की तैयारी में लगा है. लेकिन इस गठबंधन के अंदर भी कई पेंच फंसे हुए हैं. गठबंधन में शामिल हर पार्टी इसमें मुश्किलें पैदा करती नजर आ रही है. इतना ही नहीं, हर पार्टी गठबंधन में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के लिए चुनौती भी साबित होती दिख रही है. 


इंडिया गठबंधन में सीटों पर एक ओर चर्चा चल रही है तो दूसरी ओर कांग्रेस यूपी के लिए बीएसपी को जोड़ने का पूरा जोर लगाए हुए है. कांग्रेस चाहती है कि बीजेपी के खिलाफ सभी दल एकजुट होकर चुनाव मैदान में कूदें. लेकिन अभी तक इन अटकलों को कोई मजबूत बल नहीं मिलता नजर आ रहा है. हालांकि पहले बीएसपी का विरोध कर रहे अखिलेश यादव के तेवर जरूर ठंड़े पड़ गए हैं. 


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कांग्रेस की क्या होगी डिमांड?
अब अगर बीएसपी के गठबंधन में आने की अटकलों को अगर नजर अंदाज भी कर दें तो सपा राज्य में कांग्रेस को केवल 8 से 10 सीट देने को तैयार है. जबकि दूसरी ओर सूत्रों की माने तो कांग्रेस के ओर से 15 से 21 सीट की डिमांड रखी जा रही है. कांग्रेस की इस डिमांड के पीछे 2009 के चुनाव परिणाम को बताया जा रहा है. उस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की 21 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी. 


लेकिन बात कांग्रेस और सपा के सीट बंटवारे पर ही खत्म नहीं होती है. सूत्रों की मानें तो सपा कांग्रेस को ऐसी सीट देना चाहती है जहां सपा कभी नहीं जीती है या लंबे वक्त से हार रही है. यानी कांग्रेस के हिस्से में ऐसी सीट जाएगी जो बीजेपी का गढ़ है. इनमें खास तौर पर वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद और मथुरा जैसी सीटें शामिल है. इसके अलावा सपा और आरएलडी के बीच भी पेंच फंसता नजर आ रहा है. 


इस गठबंधन में सीट बंटवारे पर जिस दिन चर्चा हुई थी, उसमें आरएलडी ने हिस्सा नहीं लिया था. लेकिन सूत्रों की माने तो आरएलडी भी राज्य की 8 से ज्यादा सीटों पर अपना दावा करेगी. बीते दिनों पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा था कि हम राज्य की 12 लोकसभा सीटों पर तैयारी कर रहे हैं.