Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गए हैं. इस बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश की लड़ाई बेहद दिलचस्प हो रही है. वेस्टर्न यूपी में सबसे मज़बूत पार्टी माने जाने रालोद के लिए नई मुसीबतें खड़ी हो गई है. आरएलडी को टक्कर देने के लिए लोकदल भी चुनावी मैदान में उतर गई है. लोकदल ने एलान किया है कि वो यूपी की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. 


शुक्रवार को लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव चौधरी विरेंद्र सिंह मेरठ पहुंचे जहां उन्होंने एलान किया कि उनकी पार्टी यूपी की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसके साथ ही उन्होंने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की भी मांग भी की. विरेंद्र सिंह ने कहा कि चौधरी चरण सिंह की जयंती पर उनकी पार्टी पश्चिमी यूपी के 5000 गांवों में कार्यक्रम करेगी. इस दौरान गांवों से दूध, चीनी, शक्कर इकट्ठा कर मिठाई बनवाकर बांटी जाएगी. 5000 गांवों से मिट्टी लेकर किसान घाट भी जाएंगे और वहां ये मिट्टी रखी जाएगी. 


जयंत चौधरी पर साधा निशाना
विरेंद्र सिंह ने इस दौरान जयंत चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि 'आरएलडी को लगता है कि हम उसकी वोट काट रहें हैं, तो एक मंच पर आकर किसानों की आवाज उठाएं, गरीब, किसान और मजदूर की आवाज बुलंद करेंगे.' उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया चौधरी जयंत सिंह को बड़ा भाई बताकर उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी, कहा कि गठबंधन का विकल्प खुला है कोई भी आए स्वागत है, सपा को भी लोकदल को सपोर्ट कर किसानों की आवाज उठानी चाहिए, पश्चिमी यूपी में राष्ट्रीय लोकदल की तर्ज पर अब लोकदल भी किसानों की आवाज बुलंद करेगी. 


लोकदल के चुनावी मैदान में उतरने से राष्ट्रीय लोकदल की मुसीबतें बढ़ सकती है, क्योंकि दोनों ही दल जाटों और किसानों की राजनीति करते हैं. यही नहीं लोकदल भी ख़ुद को चौधरी चरण सिंह की विचारधारा पर चलने वाली पार्टी होने का दावा करती है. ऐसे में अगर लोकदल सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी तो इससे विपक्ष के वोटबैंक में बिखराव देखने को मिल सकता है.