UP Politics: लखनऊ सीट पर भी सपा ने BJP को पीछे छोड़ा, इन इलाकों में नहीं मिली राहत
UP News: लखनऊ सीट पर भारतीय जनता पार्टी को भले ही जीत मिल गई हो लेकिन मुस्लिमों को अपने पक्ष में लाने में पार्टी नाकाम रही. मुस्लिमों मतदाताओं ने सपा प्रत्याशी के पक्ष में एकतरफा वोटिंग की.
Lok Sabha Elections 2024: बीजेपी ने एनडीए गठबंधन के तहत बहुमत तो ले आई हो. लेकिन भारतीय जनता पार्टी को यूपी में बहुत नुकसान हुआ है. यहां बीजेपी को 2019 लोकसभा चुनाव से भी कम सीटें मिली है. वहीं पार्टी ने जहां सीटें जीती है. वहां भी कई सीटों कम मार्जिन से ही जीत हुई है. केंद्र सरकार की राशन और आवास जैसी कल्याणकारी योजनाओं में बड़ी संख्या में अल्पसंख्यकों को लाभार्थी बनाने के बावजूद लखनऊ में मुस्लिम मतदाताओं ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में एकतरफा वोटिंग की. पुराने लखनऊ में जहां मुस्लिम मतदाता थे.
वहीं सपा प्रत्याशी के पक्ष में ही पूरी तरह हवा रही. पश्चिम विधानसभा में कैंपवेल रोड पर नेवाती टोला,मोमिन नगर ,करीमगंज और यासीनगंज मोहल्लों में बहुसंख्यक वोटर मुस्लिम है. वहां के लखनऊ मॉडल स्कूल मतदान केंद्र पर सपा प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा को 2,959 वोट, तो भाजपा के राजनाथ सिंह को 198 और बसपा को केवल 13 वोट मिले. करीमगंज, यासीनगंज, हबीबपुर और रिफा कॉलोनी की तरह ही बाकी इलाकों में यही ट्रेंड देखने को मिला, पुराने शहर में अकबरी गेट के आसपास बड़ी संख्या में अकबरी गेट के आसपास बड़ी संख्या में मुस्लिम आबादी है.
कहां किसे कितनी मिले वोट
हुसैनाबाद ट्रस्ट आफिस में बूथ नंबर 37 पर समाजवादी पार्टी को 468 और भाजपा को केवल दो वोट मिले. बूथ नंबर 60 पर समाजवादी पार्टी को 637 और राजनाथ सिंह को 37 वोट मिले. बूथ नंबर 60 पर समाजवादी पार्टी को 637 और राजनाथ सिंह को 37 वोट मिले यहां पर भी मतदाताओं ने बसपा को बिलकुल हाशिए पर रखा और केवल तीन वोट मिले. बूथ नंबर 62 जहां हाता मिर्जा अली इलाके में भी इसी तरह एकतरफा वोटिंग हुई.यहां पर सपा को 628 और भाजपा को केवल 138 वोट मिले. बसपा के खाते में छह वोट आए.
इसी तरह शिया पीजी कॉलेज मतदान केंद्र पर जहां खरदा के आसपास मतदाताओं ने वोट किया. यहां सपा को 528 वोट मिले, यहां भाजपा को 212 और बसपा को आठ वोट मिले. केंद्र संख्या 82 पर सपा को 587 और भारतीय जनता पार्टी को केवल दो वोट मिले. मतदान केंद्र संख्या 114 पर सपा को 547 और भाजपा को केवल 88 वोट मिले. यहां पर भी बसपा के खाते में महज दस वोट ही आए.
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