UP Politics: लोकसभा चुनाव के लिए बसपा ने कमर कसनी शुरू कर दी है. अगले एक से डेढ़ हफ्ते में बहुजन समाज पार्टी लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों की घोषणा करने वाली है. इसके लिए बहुजन समाज पार्टी की मुखिया बसपा सुप्रीमो मायावती अलग-अलग मंडलों और सेक्टर के प्रभारियों के साथ लगातार बातचीत और विचार विमर्श कर रही हैं. इस दौरान टिकट के दावेदारों पर भी पुरजोर तरीके से मंथन किया जा रहा है.


सूत्रों की माने तो बहुजन समाज पार्टी की मुखिया बसपा सुप्रीमो मायावती सभी मंडलों की समीक्षा के बाद प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करने वाली है. इसमें सबसे पहले पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रत्याशियों के नाम का एलान होगा और उसके बाद मध्य होते हुए पूर्व के प्रत्याशियों का एलान संभव है. सूत्रों की माने तो पार्टी बड़े पदाधिकारी को भी इस बार मैदान में उतारने पर विचार विमर्श कर रही है, वहीं मायावती से लेकर आकाश आनंद के चुनाव लड़ने पर अभी कोई तस्वीर साफ नहीं है.


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इनको मिल सकता है टिकट
सूत्रों की माने तो बसपा अपने मौजूदा सांसदों के बजाए अपने कॉर्डिनेटर पर भरोसा कर सकती है. बसपा अपने कई कोऑर्डिनेटर को चुनाव  में उतारने की तैयारी में है. सूत्रों के अनुसार वाराणसी और आजमगढ़ मंडल के इंचार्ज घनश्याम चंद्र खरवार को लालगंज सीट से टिकट दिया जा सकता है. लखनऊ और कानपुर मंडल के इंचार्ज नौशाद अली के लिए कन्नौज सीट चिन्हित की गई. मेरठ और आगरा मंडल के इंचार्ज मुनकाद अली को मेरठ से टिकट दिया जा सकता है. झांसी और चित्रकूट मंडल के इंचार्ज लालाराम अहिरवार को जालौन सीट से लड़ाया जा सकता है. प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल को अयोध्या या अंबेडकर नगर से लड़ाए जाने की चर्चा है.


एनडीए के अलावा देश में बने इंडिया गठबंधन के बीच एक तरफ मायावती ने जहां अकेले चुनाव लड़ने की बात का एलान किया था. वहीं इस बात की संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में बहुजन समाज पार्टी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकती है. सूत्रों की माने तो दोनों दलों के वरिष्ठ नेता एक दूसरे के संपर्क में है.