UP News: बस्ती के रूधौली थाना क्षेत्र में ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव बहिष्कार का एलान किया है. ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों पर सड़क की अनदेखी का आरोप लगाया है. तेलियडीह गांव में 25 वर्षों से सड़क का निर्माण नहीं हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के वक्त जनप्रतिनिधि वादे करते हैं. जनप्रतिधियों की वादाखिलाफी से ग्रामीणों में रोष है. उन्होंने गांव में रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर टांग दिया. सड़क बनाने की मांग पर सपा विधायक राजेंद्र चौधरी भी वादे से मुकर गए. 10 वर्षों से बस्ती लोकसभा सीट पर काबिज बीजेपी सांसद हरीश द्विवेदी के खिलाफ भी ग्रामीणों में गुस्सा है.
लोकसभा चुनाव बहिष्कार का ग्रामीणों ने किया एलान
ग्रामीण सड़क के बिना 25 वर्षों से जिंदगी जीने को मजबूर हैं. सड़क नहीं होने की वजह से आए दिन ग्रामीण हादसे का शिकार होते हैं. आक्रोशित ग्रामीणों ने बैनर टांगकर नारेबाजी की. उन्होंने कहा कि सड़क की मांग पूरी नहीं होने पर वोट भी नहीं पड़ेंगे. ग्रामीणों ने सपा विधायक राजेंद्र प्रसाद चौधरी और तत्कालीन बीजेपी विधायक संजय जायसवाल को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि ग्रामीण 25 सालों से ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. जनप्रतिनिधि मोदी और योगी के नाम पर वोट लेकर चले जाते हैं. चुनाव बाद जनप्रतिनिधि सड़क निर्माण के वादे भूल जाते हैं.
'रोड नहीं तो वोट नहीं' वाला बैनर टांगकर दिया संदेश
इस बार ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से चुनाव बहिष्कार करने का फैसला लिया है. बैनर गांव में टांगकर साफ संदेश दिया है कि वोट मोदी और योगी के नाम पर नहीं बल्कि काम पर मिलेगा. ग्रामीण अनिरुद्ध कुमार बताते हैं कि खस्ताहाल सड़क की सुध आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि नहीं ली. चुनाव के समय वोट मांगने आए प्रत्याशी वादा कर भूल जाते हैं. ग्रामीणों ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए वोट मांगने आनेवाले प्रत्याशियों को भी गांव में घुसने नहीं देंगे. रामनाथ चौधरी ने बताया कि बैनर का उद्देश्य है कि ग्रामीण किसी कीमत पर भी अबकी बार मतदान के भागीदार नहीं बनेंगे. ग्रामीणों की मजबूरी का फायदा उठाया जा रहा है. सड़क पर गड्ढा होने की वजह से आए दिन हादसे होते हैं. विकास के नाम पर जनप्रतिनिधि छलावा कर रहे हैं. चुनाव जीतने के बाद जनप्रतिनिधि गांव की सुध लेने नहीं आते हैं.