Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के बीच राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव ने मुस्लिम आरक्षण को लेकर ऐसा बयान दे दिया जिस पर सियासत तेज हो गई. पीएम मोदी समेत पूरी भाजपा ने इस मुद्दे को लपक लिया है और इंडिया गठबंधन पर हमले शुरू कर दिए हैं. इस बीच यूपी में पीडीएम (पिछड़ा, दलित, मुस्लिम) का दम भरने वाली पल्लवी पटेल से जब मुस्लिम आरक्षण पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने ऐसा रिएक्शन दिया जो सुर्खियों में आ गया है.
पल्लवी पटेल उत्तर प्रदेश में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है और हर मोर्चे पर पिछड़ा, दलित और मुस्लिमों की भागेदारी की लड़ाई लड़ने का दम भरते नजर आती है. पल्लवी पटेल खुलकर कहती है कि वो पिछड़े, दलितों और मुस्लिमों को अधिकार दिए जाने बात करती है. लेकिन जब उनसे लालू प्रसाद यादव के मुस्लिम आरक्षण को लेकर दिए बयान पर सवाल पूछा गया तो वो इससे कन्नी काटते दिखाई दीं,
पल्लवी पटेल ने दिया ऐसा रिएक्शन
पल्लवी पटेल मंगलवार को मिर्ज़ापुर पहुंची जहां उन्होंने अपना दल कमेरावादी के उम्मीदवार दौलत सिंह के समर्थन में चुनाव प्रचार किया. इस दौरान यूपी तकने जब पल्लवी पटेल से पूछा कि लालू प्रसाद यादव के बयान पर सवाल किया तो वो चुपचाप सिर हिलाकर चली गई. उन्होंने इस पर कोई जवाब नहीं दिया.
दरअसल, राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव ने मुस्लिमों को आरक्षण दिए जाने की वकालत की थी. उन्होंने कहा था कि मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए. जिसके बाद भाजपा ने इस मुद्दे को लपक लिया. पीएम मोदी से लेकर बीजेपी के तमाम नेताओं ने इस बयान को लेकर इंडिया गठबंधन को घेरना शुरू कर दिया. सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस, सपा और आरजेडी के जब भी मौका मिलेगा तो वो पिछड़ो, अनुसूचित जाति और जनजाति के आरक्षण में सेंध लगाकर अल्पसंख्यकों को दे देंगे.
हालाँकि बाद में लालू यादव ने अपने बयान से कुछ ही घटों में यूटर्न ले लिया. उन्होंने एक्स पर बयान जारी कर सफाई दी और कहा कि आरक्षण का आधार धर्म नहीं बल्कि सामाजिक पिछड़ापन होता है. उन्होंने कहा कि मंडल कमीशन हमने लागू करवाया है. मंडल कमीशन में 3500 से अधिक पिछड़ी जातियों को आरक्षण मिलता है जिसमें अन्य धर्मों की भी सैंकड़ों जातियों को आरक्षण मिलता है.