UP Lok Sabha Election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिमी यूपी में सियासी राजधानी कही जाने वाले मेरठ से लोकसभा चुनाव का आगाज करने जा रहे हैं. 30 मार्च पीएम मोदी की मेरठ में बड़ी रैली होने जा रही है. जिसमें मेरठ सीट से बीजेपी के प्रत्याशी अरुण गोविल और राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी भी उनके साथ मंच पर दिखाई देंगे.
इस रैली के जरिए प्रधानमंत्री प्रदेश में पहले और दूसरे चरण के चुनावों को साधने की कोशिश करेंगे. बीजेपी ने यूपी की सभी 80 सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा है. ऐसे में पार्टी की पूरी जान लगाई हुई है. बीजेपी ने मेरठ सीट से प्रसिद्ध धारावाहिक रामायण में भगवान राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल को उतारा है.
बीजेपी को उम्मीद है अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद राममय माहौल में अरुण गोविल को मैदान में उतारने से पार्टी को लाभ मिलेगा. आज भी बड़ी संख्या में लोग अरुण गोविल को भगवान राम के तौर पर पूजते हैं. उनके मन में उनके लिए काफी आस्था है. अरुण गोविल को मेरठ से उतारने के पीछे खास रणनीति भी है.
पश्चिमी यूपी पर बीजेपी की नजर
दरअसल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यूपी में 71 सीट जीती थी. लेकिन, 2019 में ये घटकर 62 रह गई. बीजेपी को ये नुकसान पूर्वांचल औऱ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हुआ. 2014 में पश्चिमी यूपी बीजेपी को 27 में से 24 सीट मिली थी जो 2019 में 5 सीटों के नुकसान के साथ 19 रह गईं.
2019 में बीजेपी को हुए नुकसान की वजह समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच का गठबंधन था. लेकिन, इस बार सपा-बसपा में गठबंधन नहीं है. इस बार मायावती जिन प्रत्याशियों को उतार रही है उससे बीजेपी का गणित बिगड़ सकता है. इसलिए पीएम अपने चुनाव अभियान की शुरुआत पश्चिमी यूपी से कर रहे हैं और अरुण गोविल को मेरठ सीट से उतारने के पीछे भी यही वजह है.
बीजेपी इस बार न सिर्फ पहले हारी हुई सीटों को जीतना चाहती है बल्कि अपने स्ट्राइक रेट को भी और बढ़ाना चाहती है. ऐसे में पार्टी ने अपने उम्मीदवारों का भी बड़ी सावधानी से चयन किया किया है. ताकि पार्टी की इमेज को कोई डेंट न लगे.
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