UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A. Alliance ) को तगड़ा झटका लगा है. गठबंधन के दो प्रमुख घटक दलों ने अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है. सपा (SP) और कांग्रेस (Congress) में सीट शेयरिंग का विवाद नहीं सुलझा. आखिरकार दोनों के रास्ते अलग हो गए. अब दोनों पार्टियों के प्रत्याशी चुनावी मैदान में ताल ठोकते नजर आएंगे. बता दें कि सपा ने एकतरफा लोकसभा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी थी. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने  पहली लिस्ट में 16 उम्मीदवारों के नामों का एलान किया था. इंडिया गठबंधन में रहते अखिलेश यादव के फैसले पर सवाल उठे थे. प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करने से पहले कांग्रेस को विश्वास में नहीं लिया गया था.


सीट शेयरिंग पर कांग्रेस और सपा में नहीं बनी बात


सोमवार को एक बार फिर सपा ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की. दूसरी लिस्ट में 11 उम्मीदवारों को जगह दी गई. बताया जा रहा है कि कांग्रेस और सपा में सीट शेयरिंग का मुद्दा फाइनल नहीं होने से इंडिया गठबंधन को धक्का लगा है. सूत्रों के मुताबिक सपा कांग्रेस को 17 सीट देने पर राजी थी. कांग्रेस की मांग थी कि 17 सीटों के अलावा  मुरादाबाद, बिजनौर और बलिया भी दिया जाए. सपा तीनों सीट छोड़ने को तैयार नहीं थी. सीट शेयरिंग का फॉर्मूला फाइनल नहीं होने से दोनों के रास्ते अलग हो गए.


दोनों पार्टियों की राहें हुई जुदा, ये रहे अहम कारण


जानकारों का कहना है कि कांग्रेस और सपा के बीच खटास के तीन अहम कारण रहे. मुकुल वासनिक, जयराम रमेश और सलमान ख़ुर्शीद सीट शेयरिंग पर सपा से बातचीत कर रहे थे. कहा जा रहा है कि तीनों नेता बातचीत से अलग हो गए. अलगाव का दूसरा अहम कारण कांग्रेस का अड़ियल रवैया बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि अखिलेश यादव 11 के बजाए कांग्रेस 17 सीट देने पर राजी हो गए थे. सपा अध्यक्ष की सहमति के बावजूद कांग्रेस ने तीन और सीट की मांग कर डाली. तीसरा कारण अखिलेश यादव के कोर ग्रुप की ओर से आज मुलाकात का इंकार माना जा रहा है. दोनों पार्टियों की तरफ से आधिकारिक तौर पर अलग होने की घोषणा नहीं की गई है. कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि यूपी में इंडिया गठबंधन पर बातचीत चल रही है. सपा से गठबंधन अंतिम चरण में है. सहमति बनने के बाद जल्द एलान किया जाएगा. इंडिया गठबंधन में दरार के बीच सपा सांसद डिंपल यादव ने भी बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेताओं से बातचीत चल रही है.


अखिलेश यादव ने पल्लवी पटेल और जयंत चौधरी को दिया झटका! जानें कैसे दूसरी लिस्ट में किया खेल