UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए प्रचार-प्रसार भी तेज है. इसी बीच राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के अध्यक्ष जयंत चौधरी अमरोहा पहुंचे. रालोद मुखिया जंयत चौधरी ने अमरोहा से बीजेपी प्रत्याशी कुंवर सिंह तंवर के लिए चुनावी सभा में जनता को संबोधित किया. इस दौरान राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि देश में एक नारा है अबकी बार 400 पार, हम आ गए हैं गन्ना भी 400 पार जाएगा.
अमरोहा पहुंचे रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने चुनावी सभा में कहा कि मेरा मानना है कि अगर देश में कोई सबसे ज्यादा परिश्रम करता है तो वो इस देश के किसान हैं. उन्होंने कहा कि दो टर्म देश को बहुमत की सरकार देने के बाद तीसरी बार NDA की सरकार जनादेश मांग रही है और उनका आत्मविश्वास देखिए कि उन्होंने इस बार लक्ष्य 400 के पार रखा है.
वहीं जयंत चौधरी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 सालों में देश के सभी समाज में अपनी पैठ बनाई है और मैंने भी यह महसूस किया है कि देश के हर वर्ग ने उन्हें स्वीकारा है और विश्वास जताया है. इतनी स्वीकारिता और विश्वास देश में बहुत कम लोगों को मिली है. आज ये देश एक विशेष पड़ाव पर है और देश में अप्रत्याशीत राजनीतिक माहौल है.
जयंत चौधरी ने कहा "मैं जानता हूं कि अमरोहा के लोगों को बेहद प्रसन्नता एवं खुशी हुई कि ये वो सरकार है जिसने धरती पुत्र चौधरी चरण सिंह जी को देश के सबसे बड़े सम्मान 'भारत रत्न' देने का काम किया है. एक सवाल उठता है इससे पहले की सरकारों ने चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न क्यों नहीं दिया?" जयंत ने कहा कि "चौधरी चरण सिंह जी ने जो नारा दिया था कि देश के खुशहाली का रास्ता खेत और खलिहान से जाता है उसकी गूंज का प्रभाव हर राजनीतिक मंच से होता है और गांव-गांव तक जाता है."
बिना नाम लिए अखिलेश पर साधा निशाना
इसके साथ ही रालोद नेता जयंत चौधरी ने बिना नाम लिए समाजावादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा. रामपुर और मुरादाबाद सीट पर प्रत्याशी को लेकर हो रहे बवाल पर जयंत चौधरी बोले पार्टी जब ठीक चलती है जब उनका संचालन कुशल हो, निर्णय के पीछे सोच विचार हो कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान हो.
अरविंद केजरीवाल पर भी जयंत ने दी प्रतिक्रिया
वहीं जयंत चौधरी ने आम आदमी पार्टी (AAP) मुखिया अरविंद केजरीवाल जेल से कैसे चलाएंगे सरकार इस पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. जयंत चौधरी ने कहा कि पीपल रेजिडेंट एक्ट में जो धाराएं और चुनौतियां होती है एक जनप्रतिनिधि खासतौर से मुख्यमंत्री के लिए पदभार की जिम्मेदारियां है. उसका निर्वहन वह जेल में कैसे कर पाएंगे.