Lok Sabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी जोर-शोर से तैयारियों में जुट गई है. पार्टी एक तरफ अपने संगठन को मजबूत करने में जुटी है तो दूसरी तरफ भाजपा को घेरने के लिए भी एक खास रणनीति बनाई है. सके तहत सपा अब बीजेपी के मौजूदा सांसदों के अधूरे वादों को लेकर सत्ता पक्ष को घेरने का काम करेगी. इसके लिए प्रदेश के जिलाध्यक्षों और नगर अध्यक्षों से एक निर्धारित प्रारूप पर कुछ जानकारियां मांगी गई हैं.


सपा ने अगले 1-2 दिन के अंदर ही ये जानकारी पार्टी नेतृत्व को देने के लिए कहा है. पार्टी नेतृत्व ने मौजूदा सांसदों के अधूरे वादों के अलावा कुछ और जानकारियां भी मांगी हैं. इसके तहत सपा ने एक फॉर्मेट तैयार किया है. जिसमें सभी लोकसभा सीटों से कुछ डाटा जुटाया जा रहा है. यह डाटा संबंधित लोकसभा सीट के वर्तमान सांसद से जुड़ी जानकारियों पर आधारित है. सपा ने फॉर्म में सभी लोकसभा सीटों से जुड़ी कई तरह की जानकारियां मांगी हैं. 


सपा ने मांगी ये जानकारियां


-वर्तमान सांसद के 5 प्रमुख कार्य एवं उपलब्धियां जो कार्यकाल में सम्पन्न हुए
- वर्तमान संसद के 5 प्रमुख वादे जो पूरे नही हुए
- नए सांसद से इस संसदीय क्षेत्र की 5 प्रमुख अपेक्षाएं
- पार्टी/संगठन/प्रशासन व चुनाव समीकरण से संबंधित कोई अन्य सलाह या स्थानीय अपेक्षा


फॉर्म में सबसे ऊपर लोकसभा संसदीय क्षेत्र का नाम, क्रमांक, वहां के पार्टी प्रभारी का नाम और नंबर, पर्यवेक्षक का नाम और नंबर, समन्वयक का नाम और नंबर, वर्तमान सांसद का नाम और उसका राजनीतिक दल भरना होगा. अब अगर इस फॉर्म में जो जानकारियां मांगी गई उस पर गौर करें तो तीसरे नंबर पर जो नए सांसद से इस संसदीय क्षेत्र की 5 प्रमुख अपेक्षाएं के बारे में जानकारी मांगी गई है उसमें सामान्य अपेक्षाएं नहीं लिखी जाएंगी, जैसे महंगाई, बेरोजगारी, असुरक्षा जैसे बातें जो सबसे सरल तौर पर नेता करते हैं, बल्कि उस संसदीय क्षेत्र से जुड़ी स्पेसिफिक बात करनी होगी. 


सभी सांसदों को लेकर मांगी गई जानकारियां


ये सारी जानकारी जुटाने के बाद सपा आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी आगे की रणनीति तैयार करेगी. जिस तरह से ये डेटा जुटाया जा रहा है उससे साफ जाहिर है कि पार्टी सीट के हिसाब से अपनी चुनावी तैयारी अलग अलग रखेगी. जाहिर सी बात है कि जब 80 सीटों का ब्यौरा जुटाया जाएगा तो उसमें सपा के भी 3 सांसद आएंगे जिसमें से 1 डिंपल यादव खुद भी हैं. हालांकि वो उपचुनाव में मैनपुरी से सांसद चुनी गई, लेकिन इनके अलावा बाकी दोनों सांसद 2019 के चुनाव से जीतकर आये थे. 


बीजेपी को घेरने के लिए बनाया प्लान


मौजूद सांसदों के अधूरे वादों समेत अन्य मुद्दों पर जानकारी जुटाने को लेकर सपा प्रवक्ता व एमएलसी उदयवीर सिंह ने कहा कि जनता के बीच में जब कोई पार्टी के नेता जाते तो वह वादे करते हैं. उन वादों को पूरा करना उनकी जिम्मेदारी है. भाजपा सरकार ने कोई वादा ईमानदारी से पूरा नहीं किया. अधूरे की बात छोड़िए शुरू ही नहीं किए. निश्चित तौर पर यह हिसाब किताब होना चाहिए कि उन्होंने क्या वादे किए थे, क्या क्षेत्रीय स्तर पर, क्या राष्ट्रीय स्तर पर, क्या प्रदेश स्तर पर और उन वादों के मामले में वादा पूरा करना तो छोड़िए उल्टा हो रहा हैं. ऐसी परिस्थिति में जवाबदेही सुनिश्चित करना विपक्ष का काम है और सपा करेगी.


सपा मौजूदा सांसदों के अधूरे वादों समेत अन्य बिंदुओं पर जो रिपोर्ट बनवा रही उसे लेकर भाजपा एमएलसी व प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक ने कहा कि विपक्ष के लिए सत्तापक्ष की नाकामी यही मुद्दा होता है, इसलिए सपा जुटा रही है, लेकिन वो हमारी नाकामी ही बताएंगे और हम अपनी उपलब्धि बताएंगे. अगर प्रो इनकंबेंसी के आधार पर उत्तर प्रदेश में 37 सालों के बाद बीजेपी सरकार वापस आई है, इसके आधार पर हम नगर निगम में जीत सकते है तो इसी प्रवृत्ति के बल पर हम लोकसभा क्यों नहीं जीतेंगे. हमारे पास उपलब्धियों की लंबी फेहरिस्त है, हम काम कर रहे हैं. 


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