Lucknow News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) मिशन 2024 में जुट गई है, इसकी शुरुआत कोलकाता से होगी, जहां समाजवादी पार्टी अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करेगी. यह बैठक 3 दिनों तक होगी. 17 से 19 मार्च के बीच कोलकाता में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी होनी है. अखिलेश यादव के तीसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद यह कार्यकारिणी की बैठक हो रही है. माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी की मिशन 2024 की शुरुआत यही से होगी.
दरअसल, पिछले साल सितंबर में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में अखिलेश यादव को तीसरी बार पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया हालांकि उसके बाद नेता जी का निधन हो गया तो कार्यकारिणी की घोषणा नहीं की गई, लेकिन बीते महीने समाजवादी पार्टी ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की. वैसे तो राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 51 सदस्य होते हैं लेकिन तीन बार संशोधित सूची जारी करने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कुल 64 लोगों को लगभग जगह दी गई.
इसमें भी तमाम विवाद सामने आए थे लेकिन अब समाजवादी पार्टी पूरी तरह से मिशन 2024 में जुट गई है. हाल ही में अखिलेश यादव ने साफ तौर पर कहा कि उनकी पार्टी का गठबंधन सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगा. इसके बाद यह साफ हो गया कि समाजवादी पार्टी इस बार ना तो रायबरेली छोड़ेगी और ना ही अमेठी. हाल ही में उनका जो ट्वीट आया उसने इस बात को और पुख्ता कर दिया.
अखिलेश यादव की यह हो सकती हैं मंशा
दरअसल, समाजवादी पार्टी की कोलकाता में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है, उसके पीछे कहीं न कहीं अखिलेश यादव की मंशा यह भी हो सकती है कि कैसे थर्ड फ्रंट यानी ममता बनर्जी को भी शामिल कराया जाए. हाल ही में टीएमसी ने ऐलान किया है कि वह किसी भी गठबंधन के बिना अकेले 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेगी. अखिलेश यादव ममता बनर्जी के बेहद करीबी हैं.
अखिलेश यादव ममता बनर्जी का सम्मान भी करते हैं और ममता बनर्जी भी अखिलेश यादव को मानती है, इसलिए माना जा रहा है कि तीसरे मोर्चे में शामिल अन्य नेताओं ने शायद उन्हें साथ लाने की जिम्मेदारी अखिलेश यादव को ही सौंपी है. तभी अपनी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक वो कोलकाता में करने वाले हैं हालांकि इसके पीछे कहीं ना कहीं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव किरणमय नंदा की भी भूमिका बताई जा रही है, वो नेता जी के भी बेहद करीबी रहे और ममता बनर्जी के भी खासम खास हैं.
समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में देश के अलग-अलग राज्यों में पार्टी के जो प्रदेश अध्यक्ष हैं, वह भी बैठक में शामिल होंगे. माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश की जो प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा होनी है, उसकी घोषणा भी अब कोलकाता में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद ही की जाएगी. जिस तरीके से समाजवादी पार्टी जातीय जनगणना के मुद्दे को उठा रही है, माना जा रहा है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी में इसे लेकर भी कोई प्रस्ताव पास किया जा सकता है. साथ ही प्रदेश कार्यकारिणी में इस बार अति पिछड़ा को ज्यादातर तरजीह भी मिल सकती है.
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