UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार से कोलकाता में शुरू होने वाली है. इसके लिए राष्ट्रीय कार्यकारिणी के तमाम पदाधिकारी शुक्रवार को कोलकाता पहुंच गए हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार सुबह ही लखनऊ से कोलकाता पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी की रणनीति के लिहाज से यूपी के बाहर हो रही ये बैठक काफी महत्वपूर्ण है.


साल 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी इन दिनों लगातार अपनी रणनीति तैयार करने में जुटी है. पार्टी उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर तैयारी कर ही रही है लेकिन पार्टी की नजर बिहार की 40 और कोलकाता के बीच 42 लोकसभा सीटों पर है क्योंकि जिस तरह से थर्ड फ्रंट को लेकर अखिलेश यादव लगातार इन दिनों एक राज्य से दूसरे राज्य का दौरा कर रहे हैं. ऐसे में उनका कोलकाता का यह दौरा भी महत्वपूर्ण हो जाता है.


सपा प्रमुख अखिलेश यादव शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी मुलाकात की. यह मुलाकात इसलिए भी अहम हो जाती है क्योंकि ममता बनर्जी खुद को तीसरे मोर्चे से अलग रखने की बात कह चुकी हैं और अब अखिलेश यादव शायद इस कोशिश में जुटे हैं कि ममता बनर्जी को भी इस मोर्चे में साथ रखा जा सके. अखिलेश यादव को भी यह पता है कि अगर ममता बनर्जी मोर्चे में साथ आ जाएंगी तो बीजेपी के विजय रथ रोकने में 2024 में मदद मिल सकती है.


दो दिनों तक चलेगी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बेठक
समाजवादी पार्टी की 2 दिन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 18 मार्च को शुरू होगी और 19 मार्च तक चलेगी. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव पेश होंगे. जिस तरह से विपक्षी नेताओं के ऊपर जांच एजेंसियों की कार्रवाई हो रही है उस मुद्दे से जुड़ा प्रस्ताव पेश हो सकता है, क्योंकि आजम खां लगातार तमाम जांच से गुजर रहे हैं और खराब स्वास्थ्य के चलते वह राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी शामिल नहीं हो पा रहे.


इसके अलावा बैठक में अलग अलग राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष पहुंचे हैं, क्योंकि राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में चुनाव को लेकर भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अपना प्रस्ताव रख सकते हैं जबकि यूपी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर भी कोई प्रस्ताव रख सकते हैं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण ये है की इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सदस्य एकमत पर नजर आ रहे हैं वो है जातीय जनगणना का मुद्दा, जिसे यूपी के साथ-साथ पूरे देश में समाजवादी पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एक बड़ा मुद्दा बनाने में जुटी है और इसीलिए इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी में उससे जुड़ा प्रस्ताव भी रखा जा सकता है.


बीजेपी लगातार बोल रही हमला
इतना ही नहीं कुछ 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर अन्य दलों के साथ गठबंधन को लेकर भी कुछ सदस्य प्रस्ताव इस कार्यकारिणी की बैठक में रख सकते हैं हालांकि अखिलेश यादव ने भले ही यह कहा हो कि यूपी में 80 सीटों पर केवल सपा का वर्तमान गठबंधन चुनाव लड़ेगा लेकिन अन्य राज्यों में कांग्रेस का साथ लेने को लेकर भी कुछ बात जरूर हो सकती है. हाल ही में पार्टी के कुछ नेताओं ने इस बात के संकेत दिए थे कि देश की बड़ी राष्ट्रीय पार्टी को इस तीसरे मोर्चे के गठन में इग्नोर नहीं किया जा सकता हालांकि बीजेपी लगातार समाजवादी पार्टी की कोलकाता में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को लेकर हमला बोल रही है.


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