UP politics: 2024 से पहले फिर से सॉफ्ट हिन्दुत्व की ओर बढ़ी सपा, अखिलेश यादव के इस कदम से बढ़ी चर्चा
Samajwadi Party: सपा 9 जून से सीतापुर के नैमिषारण्य से चुनाव अभियान का आगाज करेगी. ये शिविर दो दिवसीय होगा, जिसमें सपा कार्यकर्ताओं को चुनाव की रणनीति के बारे में जानकारी दी जाएगी.
Loksabha Election 2024: यूपी नगर निकाय चुनाव में मिली हार के बाद अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) लोकसभा चुनाव को लेकर नए सिरे से रणनीति तैयार करने में जुट गई हैं. सपा इस बार प्रसिद्ध धार्मिक स्थल नैमिषारण्य में हवन पूजन के साथ चुनाव अभियान का आगाज करेगी. 9 जून से नैमिषारण्य में सपा के चुनाव अभियान की शुरुआत होगी. यहां पर सपा कार्यकर्ताओं का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा. जिसमें कार्यकर्ताओं को डॉ भीमराव अंबेडकर और डॉ लोहिया के विचारों के बारे में बताया जाएगा.
सपा के इस कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर में पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, सपा महासचिव शिवपाल सिंह यादव समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे. सपा नैमिषारण्य से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत के साथ धार्मिक आस्थाओं का सम्मान करने का भी संदेश देने की कोशिश करेगी. यहां पर अंबेडकरवादी और लोहियावादी विचारों के साथ हिन्दुत्व का भी संदेश दिया जाएगा.
सपा के चुनाव अभियान का आगाज
समाजवादी पार्टी के इस प्रशिक्षण शिविर में पार्टी की रणनीति से लेकर चुनाव जीतने का तरीका तक सिखाया जाएगा. इसमें मतदाता सूची सत्यापन, मतदाताओं को बूथ तक ले जाने के साथ प्रबंधन की भी जानकारी दी जाएगा. इस कार्यक्रम के लिए पूर्व विधायक रामपाल यादव को संयोजक बनाया गया है. इस शिविर की शुरुआत हवन और पूजा के साथ होगी. अखिलेश यादव अन्य नेताओं के साथ 151 बेदी पर बैठकर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन-पूजन करेंगे. इसके बाद ललिता देवी मंदिर भी जाएंगे और देवी-देवताओं से जीत का आशीर्वाद लेंगे.
दो दिन तक चलेगा प्रशिक्षण शिविर
सपा के इस प्रशिक्षण शिविर में 3000 बूथ कमेटी सदस्य समेत 5000 लोग शामिल होंगे. सभी वरिष्ठ नेताओं से 2 दिन वहीं रहने की अपील की गई है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना कि जिस तरह भाजपा अयोध्या के जरिए हिंदुत्व को धार देती है उसकी काट के तौर पर सपा ने नैमिषारण्य को चुना है. यहां भी 84 कोसी परिक्रमा होती है. इस पूरे कार्यक्रम को एक तरह से सपा के टर्निंग प्वाइंट के तौर पर भी देखा जा सकता है.
सियासी नजर से देखें तो सीतापुर जिला 3 लोकसभा क्षेत्र से जुड़ा हुआ है. हर बूथ कमेटी के कार्यकर्ता को कार्यक्रम में बुलाकर सीतापुर के साथ आसपास के जिलों को भी जोड़ने का प्रयास होगा. यहां की 9 विधानसभा सीटों में से सिर्फ एक पर सपा का कब्जा है जबकि अन्य सभी बीजेपी के पास हैं. ऐसे में सपा यहां पर अपने संगठन को और मजबूत करने की कोशिश भी करेगी.
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