Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण की आठ सीटों पर 26 अप्रैल को वोटिंग होनी है. जिसके लिए अब 24 घंटे से भी कम समय बचा हैं. इन आठ सीटों में से सात पर पिछले चुनाव में बीजेपी जीती थी जबकि अमरोहा सीट से बसपा के दानिश अली सांसद चुने गए थे. दानिश अली अब कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे हैं. इस चरण में अभिनेत्री हेमा मालिनी से लेकर कई दिग्गजों की साख दांव पर लगी है.
यूपी के दूसरे चरण में मथुरा लोकसभा सीट बेहद अहम मानी जा रही हैं. यहां से दो बार सांसद रह चुकी फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी हैट्रिक लगाने की तैयारी कर रही है. कांग्रेस से मुकेश धनगर और बसपा से जाट नेता सुरेश सिंह मैदान में है. काशी और अयोध्या के बाद बीजेपी ने मथुरा नगरी को एजेंडे में शामिल किया है. सीएम योगी ने भी अपने चुनाव प्रचार की शुरूआत यहीं से की है.
गाजियाबाद लोकसभा सीट भी बीजेपी के लिए नाक का सवाल बनी है. पार्टी ने यहाँ से दो बार सांसद रहे वीके सिंह का टिकट काटकर अतुल गर्ग को मैदान में उतारा है. हालाकि पार्टी के इस फ़ैसले का क्षत्रिय समाज ने खुलकर विरोध भी किया है. गाजियाबाद में अतुल गर्ग की टक्कर कांग्रेस की डॉली शर्मा से हैं बसपा ने यहां नंदकिशोर पुंडीर को टिकट दिया है.
गौतमबुद्धनगर सीट से भाजपा ने दो बार सांसद रहे डॉ महेश शर्मा की साख दांव पर लगी है. पेशे से डॉक्टर महेश शर्मा का मुकाबला डॉक्टरी पेशे से ही आने वाले सपा के महेंद्र नागर से है. बसपा ने यहां से पूर्व विधायक राजेंद्र सोलंकी को मैदान में उतारकर चुनाव दिलचस्प बना दिया है. क्षत्रिय समाज की नाराज़गी के बीच नागर वोटरों को भी बीजेपी के पक्ष में लाना उनके लिए चुनौती बना हुआ है.
मेरठ लोकसभा सीट से बीजेपी ने राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल को टिकट देकर चुनाव को चर्चा में ला दिया है. अरुण गोविल के ज़रिए बीजेपी ने यहां के माहौल को धार्मिक मोड़ पर लाने की कोशिश की है. सपा की ओर से इस सीट पर सुनीता वर्मा मैदान में हैं. यहां मुस्लिम और दलित वोटर सपा के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं.
अलीगढ़ सीट पर बीजेपी ने तीसरी बार ब्राह्मण चेहरा सतीश गौतम पर ही दांव लगाया है. जबकि सपा ने जाट नेता बिजेंद्र चौधरी और बसपा ने हितेंद्र उपाध्याय को मैदान में उतारा है. अलीगढ़ की पाँचों विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है लेकिन फिर भी यहाँ लड़ाई उतनी आसान नहीं है.
अमरोहा लोकसभा सीट इस चरण में एक अकेली ऐसी सीट है जहां पिछली बार भाजपा चुनाव हार गई है. सपा-बसपा गठबंधन में इस सीट पर दानिश अली चुनाव जीते थे. दानिश अली अब कांग्रेस में शामिल हो गए हैं और फिर से चुनाव मैदान में हैं. बसपा ने यहां मुस्लिम प्रत्याशी मजाहिद को उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में यहाँ मुस्लिम वोटर्स बंट सकते हैं.
बुलंदशहर सीट से बीजेपी ने तीसरी बार डॉ भोला सिंह को टिकट दिया है. इस सीट पर कल्याण सिंह के परिवार का प्रभाव माना जाता है. यहां 1991 से ही बीजेपी काफी मजबूत स्थिति में हैं. उनका मुक़ाबला बसपा के गिरीशचंद्र और सपा कांग्रेस प्रत्याशी शिव राम वाल्मीकि से है.
बागपत लोकसभा सीट चौधरी चरण सिंह की विरासत मानी जाती है. एनडीए में इस सीट से रालोद के राजकुमार सांगवान मैदान में हैं. पिछले दो बार से यहां बीजेपी के सत्यपाल सिंह सांसद रहे हैं लेकिन इस बार उनका टिकट कट गया जिसके बाद ये रालोद के खाते में आ गई. सपा ने यहाँ से मनोज चौधरी और बसपा ने प्रवीण बंसल को टिकट दिया है.