Mission 2024: अगले साल होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक बिसात बिछने लगी है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को सत्ता से उखाड़ने के लिए विपक्षी दलों ने 'इंडिया' (INDIA) नाम से नया गठबंधन बनाया है. विपक्षी दलों के गठबंधन में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) भी शामिल है. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) उत्तर प्रदेश की राजनीति का बड़ा चेहरा हैं. उत्तर प्रदेश से लोकसभा की 80 सीटें आती हैं. पिछले दो लोकसभा में मिली जबरदस्त जीत से उत्साहित बीजेपी (BJP) ने यूपी में 80 सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा है.


'INDIA' और 'PDA' पर बोले अखिलेश यादव
बीजेपी लक्ष्य को भेदने में मददगार बननेवाली ज्यादा से ज्यादा पार्टियों को जोड़ रही है. ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा और अपना दल (सोनेवाल) बीजेपी नीत एनडीए खेमे में है. अखिलेश यादव का दावा है कि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का किला ध्वस्त करने की ताकत पीडीए रखती है. पीडीए यानी दलित, अल्पसंख्यक और पिछड़ा का नारा देकर अखिलेश यादव ने नया दांव खेला है. इंडिया में पीडीए के शामिल होने से विपक्षी खेमे को मजबूती मिली है. इसलिए अखिलेश यादव कहते हैं कि इंडिया और पीडीए के साथ आने से एनडीए की जरूरत नहीं. अखिलेश यादव ने पटना में विपक्षी दलों की पहली बैठक के दौरान पीडीए का नारा उछाला था.






दोनों मिलकर एनडीए को सत्ता से बाहर करेंगे


पीडीए में ब्राह्मणों के बड़े वर्ग को छोड़ने से रणनीतिकार सहमत नहीं थे. सपा के एक वर्ग का मानना था कि चुनाव में जीत दलित, अल्पसंख्यक और पिछड़ों से सिर्फ नहीं मिल सकती. अखिलेश यादव के ताजा ट्वीट से साफ हो गया है कि पीडीए का त्याग किए बिना भी इंडिया के साथ चला जा सकता है. विपक्षी दलों की तरफ से बनाया गया नया गठबंधन इंडिया समावेशी है. इंडिया 26 दलों का विपक्षी समूह है. लोकसभा चुनाव में इंडिया बनाम एनडीए के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी. 


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