यूपी की इन 24 सीटों पर बढ़ी नेताओं की धड़कन, बरेली, गाजियाबाद और मेरठ के लिए बनाया खास प्लान
UP Lok Sabha Chunav 2024: यूपी में लोकसभा की 24 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की धड़कन बढ़ गई है. यहां जानें- कहां की क्या रिपोर्ट है-
UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के एलान में अब गिनती के दिन बचे हैं. करीब हफ्ते भर में तारीखों का ऐलान हो जाएगा. सियासी पार्टियां इसी को ध्यान में रखकर चुनावी तैयारी कर रही हैं. विरोधियों पर हमले कर भी रही हैं. और हमलों का जवाब भी दे रही हैं.
इन सबके बीच उत्तर प्रदेश से बहुत बड़ी ख़बर है. ये खबर उन 24 सीट से जुड़ी है जिन पर बीजेपी ने अब तक उम्मीदवारों का एलान नहीं किया है. खबर ये है कि जब बीजेपी उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट आएगी. तब कई दिग्गजों का पत्ता साफ हो सकता है. हम आपको इसके बारे में पक्की खबर देने वाले हैं. लेकिन उससे पहले बीजेपी के 24 सीट का गणित देख लीजिए.
यूपी में लोकसभा की 80 सीट हैं. पहली लिस्ट में बीजेपी 51 उम्मीदवारों का एलान कर चुकी है. इस लिहाज़ से बाकी बच गईं 29 सीट. हालांकि सूत्रों का दावा हैबाराबंकी लोकसभा सीट पर फिर से उम्मीदवार का एलान किया जा सकता है. दरअसल एक कथित वीडियो मामले में फंसे उपेंद्र सिंह रावत ने कहा कि मामले में निर्दोष साबित होने तक वह कोई इलेक्शन नहीं लड़ेंगे. वहीं अभी पुलिस इस मामले में जांच कर रही है ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी यहां से नया उम्मीदवार उतार सकती है.
अब बात करते हैं बीजेपी के 30 सीटों की तो इसमें से 2 सीट वो जयंत चौधरी की RLD को पहले ही दे चुकी है. वो इन सीटों पर उम्मीदवार का एलान भी कर चुके हैं. बची 27 सीट. जिनमें से दो सीट वो अनुप्रिया पटेल की अपना दल (S) को दे सकती है. बची 25 सीट जिसमें से एक लोकसभा सीट वो ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी यानी SBSP को देगी. और बची हुई 24 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी.
और इन्हीं 24 सीटों का सस्पेंस बीजेपी के नेताओं के दिल की धड़कन बढ़ा रहा है. क्योंकि जब इन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का एलान होगा. तब कई दिग्गजों के दिल टूट सकते हैं. और कुछ सीटों पर बड़ा सरप्राइज़ सामने आ सकता है. ऐसी ही एक सीट है मेरठ की. जहां टिकट का समीकरण उलझता दिखाई दे रहा है. खबर है कि बीजेपी यहां से हेवीवेट प्रत्याशी उतार सकती है. बीजेपी मेरठ सीट पर नए चेहरे को मौका दे सकती है. मेरठ से किसी सेलिब्रिटी को चुनाव लड़ाने की तैयारी है. मौजूदा सांसद राजेंद्र अग्रवाल का टिकट कट सकता है.
राजेंद्र अग्रवाल बीजेपी का बड़ा चेहरा हैं. वो पिछले तीन चुनाव में इस सीट से जीतते रहे हैं. लेकिन बीजेपी इस बार यहां कैंडिडेट बदलकर बड़ा सरप्राइज दे सकती है. हालांकि ऐसे सरप्राइज़ कई और सीटों पर दिखाई दे सकते हैं.
गाजियाबाद, बरेली में नया प्लान?
गाजियाबाद लोकसभा सीट से बीजेपी जनरल वीके सिंह का टिकट काट सकती है. वीके सिंह ने पिछले दो लोकसभा चुनाव इसी सीट से जीते हैं. लेकिन बीजेपी अब उनकी जगह अनिल अग्रवाल या अनिल जैन को मौका दे सकती है. बरेली की सीट भी ऐसी है. जहां पार्टी पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार का टिकट काट कर नए चेहरे पर दांव लगा सकती है. बरेली सीट संतोष गंगवार की परंपरागत सीट रही है. 2009 का चुनाव छोड़ दें. तो 1989 से ये गंगवार यहां से कभी नहीं हारे.
गाजियाबाद और बरेली बीजेपी के गढ़ हैं. पार्टी अब यहां से युवाओं को मौका देना चाहती है. ये लीडरशिप की सेकेंड और थर्ड लाइन तैयार रखने वाली बीजेपी की पॉलिसी को सूट भी करता है. हालांकि 3 सीट ऐसी भी हैं. जिन पर बीजेपी बदलाव से बचती दिखाई दे रही है.
मे्नका और वरुण का क्या?
चर्चा थी कि पीलीभीत से वरुण गांधी का टिकट कट सकता है. लेकिन जानकारी के मुताबिक पार्टी वरुण गांधी को ही टिकट देगी. पीलीभीत सीट 2009 से लगातार बीजेपी के पास है. सुल्तानपुर की सीट से मेनका गांधी सांसद हैं. खबर है कि पार्टी इस बार भी उन्हें ही मैदान में उतारेगी. पिछले दो चुनाव से ये सीट बीजेपी के पास है.
इसी तरह देवरिया की सीट है. जहां से पार्टी एक बार फिर मौजूदा सांसद रमापति राम त्रिपाठी पर दांव लगाने की तैयारी में है. लेकिन पार्टी वहां से किसी नए चेहरे को भी आज़मा सकती है. वैसे जब तक फाइनल लिस्ट आ नहीं जाती. यूपी में 24 सीट पर बीजेपी उम्मीदवारों को लेकर सस्पेंस बना रहेगा.
370 सीट का टारगेट लेकर मैदान में उतरी बीजेपी हर सीट के मामले में फूंक-फूंककर कदम रख रही है. उम्मीदवारों की अगली लिस्ट को लेकर उत्तर प्रदेश प्रभारी बैजयंत जय पांडा ने कहा बीजेपी एक लोकतांत्रिक पार्टी है. इसलिए हम उम्मीदवार तय करने में एक तय प्रक्रिया का पालन करते हैं. इसके लिए जिला. राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विचार-विमर्श किया जाता है.
ज़ाहिर है बीजेपी उम्मीदवारों का आधिकारिक एलान तभी करेगी. जब हर तरफ से संतुष्ट हो जाएगी. इसके लिए वो गठबंधन के सहयोगियों से भी बात करेगी. पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का मिज़ाज भी देखेगी. इसके बाद ही कोई फैसला करेगी. हालांकि दावा है कि सहारनपुर और मैनपुरी पर उम्मीदवार करीब-करीब फाइनल हो चुके हैं.
सहारनपुर और मैनपुरी से नाम फाइनल?
बीजेपी सहारनपुर से सुरेश राणा को टिकट दे सकती है. वो यूपी में गन्ना मंत्री रह चुके हैं. इलाके में ठीकठाक पहचान रखते हैं. वैसे फिलहाल ये सीट बीएसपी के पास है. यहां हाजी फजलुर रहमान सांसद हैं.
मैनपुरी सीट से बीजेपी यूपी के मंत्री जयवीर सिंह को मैदान में उतार सकती है. ये सीट फिलहाल समाजवादी पार्टी के पास है. डिंपल यादव ने यहां से 2022 का उपचुनाव जीता था.
बीजेपी ने पिछले यानी 2019 के चुनाव में सहारनपुर से राघव लखनपाल को और मैनपुरी से रघुराज शाक्य को टिकट दिया था. लेकिन इस बार उम्मीदवार बदल दिया है.
ये समझना मुश्किल नहीं है कि बीजेपी हर पहलू का ध्यान रख रही है. टिकट चाहने वाले नेताओं की लोकप्रियता के साथ-साथ. सामाजिक समीकरणों पर भी उसकी पूरी नज़र है. इसलिए उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट पर फाइनल मुहर के लिए अभी थोड़ा और इंतज़ार करना पड़ सकता है.