UP Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव के दो चरण का मतदान संपन्न हो चुका हैं और तीसरे चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार थम गया. लंबे समय से चुनाव प्रचार का शोर गुल लगातार सुनाई दे रहा था. सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशी और नेता लगातार जनता से जनसमर्थन मांगने में जुटे हुए थे. इसके साथ ही लोकसभा चुनाव को लेकर लगातार बड़े-बड़े नेताओं की बड़ी-बड़ी रैलियां हो रही थी, बड़ी-बड़ी रैलियां में बड़े-बड़े वादे और इरादे किए जा रहे थे. आगरा और फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार अब थम गया है.
चुनाव प्रचार के दौरान नेता, प्रत्याशी और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता लगातार अपने-अपने लिए जनसमर्थन जटाने में लगे हुए थे. सभी राजनीतिक दलों के प्रत्याशी मतदाताओं से जनसंपर्क कर वोट की अपील कर रहे थे. अब नेताओं के वादे जनता तक कितना पहुंचे यह 7 मई को मतदाता मत देकर अपना फैसला सुरक्षित कर देंगे. वोटों की गिनती 4 जून को होनी है तब तय होगा कि आखिर मतदाताओं ने किसे अपना प्यार और आशीर्वाद देकर सरताज बनाया.
दिग्गजों ने दिखाया, अब जनता तय करेगी प्रत्याशी का भाग्य
अगर फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट और आगरा लोकसभा सीट की बात करें तो दोनों ही सीट पर बड़े नेताओं की रैलियां हुई है. आगरा के कोठी मीना बाजार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा हुई. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ फतेहपुर सीकरी और आगरा लोकसभा सीट की संयुक्त रैली को संबोधित कर जनसमर्थन मांगा , तो वही जीआईसी मैदान पर सपा मुखिया अखिलेश यादव गठबंधन प्रत्याशी के लिए जन समर्थन मांगने मांगा था. एनडीए गठबंधन के साथी जयंत चौधरी भी फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी के लिए प्रचार में जुटे हुए थे. इनके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार के दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक लगातार जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने गठबंधन के प्रत्याशी के लिए जनसभा कर जनसमर्थन की अपील की. फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी समर्थन की अपील की. वहीं बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने भी आगरा लोकसभा सीट पर लोगो से अपील की थी. उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री नंद गोपाल नंदी भी भाजपा प्रत्याशी के लिए अपील करते हुए नजर आए थे. बसपा प्रत्याशियों के समर्थन के लिए बसपा अध्यक्ष मायावती ने भी जनसभा को संबोधित किया था. फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर गठबंधन प्रत्याशी के लिए प्रियंका गांधी भी रोड शो करती हुई नजर आई थी.
7 मई को डाले जाएंगे वोट
इन बड़े नेताओं की बड़ी जनसभाओं का कितना असर मतदाताओं पर हुआ. इसका पता 7 मई को होने वाले मतदान में चलेगा, जिसका परिणाम 4 जून को आएगा. आखिर लोगों को नेताओं के वादे कितना पसंद आए और प्रभावित कर पाए. लोकतंत्र के इस महापर्व में मतदाता ही है जो अपनी सहभागिता निभा कर परिणाम तक पहुंचाते हैं. चुनाव प्रचार थम जाने के बाद अब नेताओं का दौर भी थम गया है. अब बारी है जनता जनार्धन की जो 7 मई को लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में अपना फैसला सुरक्षित करेंगे.