Lok Sabha Election 2024: पूर्वांचल के दो दुश्मन बनेंगे दोस्त! अफजाल अंसारी के लिए प्रचार करने जाएंगे अजय राय?
UP Lok Sabha Election: यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के भाई की हत्या आज से 33 साल पहले हो गई थी, जिसमें वाराणसी की एमपी एमएलए कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को उम्र कैद की सजा सुनाई है.
UP Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच में गठबंधन हो गया है. समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस पार्टी को उत्तर प्रदेश में 17 सीटें दी हैं और 63 सीटें खुद के पास रखी हैं. वहीं 63 में से एक सीट गाजीपुर भी है, जहां समाजवादी पार्टी ने मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी को अपना प्रत्याशी बनाया है. इसको लेकर राजनीति गलियारों में चर्चा है कि क्या अजय राय मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी के लिए प्रचार करेंगे.
क्या बोले अजय राय?
अजय राय ने एबीपी लाइव से बातचीत में कहा कि यूपी में उनकी पार्टी ने 17 प्रत्याशी उतारे हैं. इन 17 प्रत्याशियों को जिताने की जिम्मेदारी उनकी है. वहीं जो सीटें समाजवादी पार्टी के पास हैं वहां कांग्रेस पार्टी का पूर्ण रूप से समर्थन रहेगा. हालांकि व्यक्तिगत तौर पर कहां जाना है, कहां नहीं जाना है यह फैसला केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा, फिलहाल गाजीपुर जाने की कोई बात नहीं हुई है.
33 साल पुरानी है दुश्मनी
अजय राय और मुख्तार अंसारी के बीच में काफी पुरानी दुश्मनी है. अजय राय के भाई अवधेश राय की हत्या आज से 33 साल पहले हो गई थी जिसमें पिछले साल 2023 में जून महीने में वाराणसी की एमपी एमएलए कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को उम्र कैद की सजा सुनाई है. अवधेश राय की हत्या मुख्तार अंसारी गैंग ने 3 अगस्त 1991 को तब की थी जब वह अपने छोटे भाई अजय राय के साथ लहुराबीर स्थित अपने घर के बाहर खड़े थे. अवधेश राय की हत्या के बाद पूर्वांचल के अपराध जगत में मुख्तार अंसारी का नाम बहुत बड़ा हो गया था. इस मामले में अवधेश राय के छोटे भाई अजय राय ने मुख्तार अंसारी, पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, भीम सिंह, कमलेश सिंह और राकेश के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था. जिसमें से मौजूदा स्थिति में अब्दुल कलाम और कमलेश की मौत हो चुकी है तो वहीं अन्य दो आरोपियों के खिलाफ जिला अदालत में मामला चल रहा है.