UP News: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले अल्पसंख्यकों के बीच में अपनी मौजूदगी बढ़ाने और उनके वोट में सेंध लगाने के लिए कांग्रेस नए-नए तरीके अपना रही है. जिसके लिए कद्दावर मुस्लिमों को अपनी पार्टी में शामिल कराने से लेकर कांग्रेस अल्पसंख्यकों को अपने पाले में वापस लाने की जुगत में लगी हुई है. इसी क्रम में आज लखनऊ स्थित कार्यालय पर प्रदेश भर से कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चे से जुड़े हुए पदाधिकारी आए और बैठक में हिस्सा लिए. इस बैठक में अल्पसंख्यक कांग्रेस ने तय किया की वो दिसंबर के अंत तक पूरे प्रदेश में बूथ कमेटियां बना लेगी.
हर बूथ पर तैनात होंगे 11 लोग
अल्पसंख्यक मोर्चे की आज हुई बैठक में तय हुआ कि हर मुस्लिम बाहुल्य बूथ पर 11 लोग तैनात होंगे. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा की लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए सभी वर्गों के साथ अल्पसंख्यक समुदाय ने भी 2024 में कांग्रेस की सरकार बनवाने का संकल्प कर लिया है. कांग्रेस मुख्यालय पर आयोजित अल्पसंख्यक कांग्रेस की लोकसभा चुनाव तैयारी बैठक को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि कांग्रेस सभी सीटों पर चुनाव की तैयारी कर रही है और कार्यकर्ता हर सीट पर मजबूती से तैयारी करें. संगठन सचिव अनिल यादव ने बूथ प्रबंधन पर प्रशिक्षण दिया. उन्होंने विस्तार से सेक्टर और बूथ प्रबंधन और बूथ मैपिंग की बारीकियां समझायीं.
तय हुआ "चाय के साथ कांग्रेस की बात" कार्यक्रम
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय प्रभारी सचिव तौकीर आलम ने कहा कि मुस्लिम समुदाय इस लोकसभा चुनाव में एकतरफा कांग्रेस की तरफ आ रहा है क्योंकि बाकी सभी दलों ने उससे सिर्फ वोट लिया. बदले में उनके नेतृत्व को ही खत्म कर दिया. बैठक को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने नवम्बर महीने के कार्यक्रम दिये. जिसमें 6 नवम्बर से 11 नवम्बर तक 'चाय के साथ कांग्रेस की बात' अभियान चलेगा. जिसमें रोज़ हर ज़िले में 10 चाय की दुकानों पर कांग्रेस को वोट देने के लिए लोगों के बीच चर्चा की जाएगी.
इसी तरह 22 नवम्बर से 26 नवम्बर तक चाय की दुकानों पर मोदी सरकार द्वारा संविधान बदलने की कोशिशों पर जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और 26 नवम्बर को हर ज़िले के 10 मदरसों में संविधान की प्रस्तावना को बचाने का संकल्प दिलवाया जाएगा.