UP Politics: कांग्रेस की बात मान कर भी गठबंधन के 'विनर' बन गए अखिलेश यादव, क्या बदल पाएगा इन 17 सीटों का इतिहास?
UP में Samajwadi Party ने Congress को 17 सीटें दी हैं. लेकिन इन सबके बीच एक खास ख्याल रखा गया है जिससे यह साबित हो रहा है कि अखिलेश यादव अपनी रणनीति में कामयाब होते नजर आ रहे हैं.
Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में इंडिया अलायंस के तहत चुनाव लड़ रहे समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party)और कांग्रेस ने बुधवार को गठबंधन का एलान कर दिया. सपा ने कांग्रेस को 17 सीटें दी हैं. 17 सीटों की बात पर कांग्रेस पहले ही तैयार हो चुकी है. हालांकि अखिलेश यादव ने कांग्रेस को जो 17 सीट दी है. उसके पीछे भी समाजवादी पार्टी ने अपनी हार-जीत का पूरा ध्यान रखा है. ऐसे में यह कहा जा सकता है जो कांग्रेस 11 सीट पर अलायंस के लिए मन मसोस रही थी, वही 17 सीटों पर जब तैयार हुई तब भी अखिलेश ही अलायंस के विनर कहे जा सकते हैं.
बता दें समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को वही सीटें ऑफर की हैं. जहां उसकी स्थिति कमज़ोर है. जब आप इन सीटों पर इतिहास देखेंगे. 17 में से 7 सीट ऐसी है. जिन्हें समाजवादी पार्टी अपने 32 साल के इतिहास में आज तक नहीं जीत सकी. इसके अलावा दूसरी 7 सीटें ऐसी हैं. जहां समाजवादी पार्टी सिर्फ 1 बार जीती और 3 सीट पर सिर्फ 2-2 बार जीती.
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कांग्रेस उत्तर प्रदेश में रायबरेली, अमेठी, कानपुर नगर, फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर, प्रयागराज, महराजगंज, वाराणसी, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मथुरा, सीतापुर, बाराबंकी और देवरिया सहित 17 सीट पर चुनाव लड़ेगी.
कांग्रेस का क्या है इन सीटों पर हाल?
इन सीटों पर कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड भी बहुत अच्छा नहीं है. अब इसे कांग्रेस की मजबूरी कहें. या गठबंधन धर्म निभाने की जिम्मेदारी. जिसने सब कुछ समझते हुए भी अखिलेश का ऑफर मंजूर कर लिया. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने गठबंधन तो बचा लिया है. लेकिन जब चुनावी मैदान में उतरेगी. तो क्या साख बचा पाएगी. ये बड़ा सवाल है.
यह देखना भी दिलचस्प होगा कि जिन 17 सीटों पर कांग्रेस लड़ेगी क्या उनका राजनीतिक इतिहास बदलेगा या परिस्थितियां जस की तस रहेगी.