(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP Politics: BJP के इस फैसले से पार्टी में बढ़ी नाराजगी, लोकसभा चुनाव में '400 पार' को हो सकता नुकसान
Lok Sabha Election 2024: बीजेपी के लिए 70 साल की उम्र पार के उम्मीदवारों का टिकट काटना भारी पड़ सकता है. पार्टी के अंदर इसे लेकर कई दिग्गजों की धड़कने बढ़ी हुई हैं.
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के 70 पार के दावेदारों का टिकट काटने के एलान ने पार्टी को ही मुसीबत में डाल दिया है. एक तरफ़ जहां 70 की उम्र पार कर चुके नेताओं में इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ नाराज़गी देखने को मिल रही थी तो वहीं पार्टी के कई दिग्गज भी इससे खुश दिखाई नहीं दे रही हैं. हालांकि पार्टी ने इसका एक विकल्प भी निकाला है लेकिन वो सभी के लिए नहीं है.
ख़बरों के मुताबिक़ पार्टी की ओर से कहा गया है कि ऐसे उम्मीदवारों की टिकट नहीं काटी जाएगी, जिनकी उम्र भले ही सत्तर के पार हो लेकिन वो पार्टी के लिए अहम है और जिनका अपना एक वजूद अपनी लोकसभा क्षेत्र में बना है. यही वजह है कि कई ऐसे दावेदार हैं जो 70 की उम्र पार करने के बावजूद एक बार फिर से टिकट पाने की उम्मीद जलाए हुए हैं. लेकिन दूसरे नेताओं की धड़कनें बढ़ी हुई हैं.
बीजेपी में कितने दिग्गज संसद है 70 पार
आंकड़ों के मुताबिक लोकसभा में बीजेपी के 56 ऐसे संसद है जो इस उम्र को पार कर चुके है इनमें राजनाथ सिंह, गिरिराज सिंह, सत्यदेव पचौरी, देवेंद्र सिंह भोले, राजेंद्र अग्रवाल, रविशंकर जैसे दिग्गज शामिल हैं.
कानपुर और अकबरपुर लोकसभा से बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भोले और सत्यदेव पचौरी दोनों ही इस फैसले के दायरे के बाहर निकल चुके है लेकिन, अपनी लोकसभा में मजबूती रखने वाले इन नेताओं को इस बार टिकट मिलेगी या फिर शीर्ष नेतृत्व इनकी सीट पर कोई विकल्प तैयार करेगा. अंदरखाने की ख़बरों की मानें तो दोनों सीटों पर बड़े बड़े दिग्गज अपना भाग्य आजमाना चाहते हैं
कानपुर सीट पर कई महारथियों की नज़र
कानपुर लोकसभा की सीट पर शहर से लेकर लखनऊ तक के महारथियों की नजर है. ऐसे में वर्तमान कानपुर लोकसभा से सांसद सत्यदेव पचौरी शीर्ष नेतृत्व के फैसले को अपने विरोध में मानते हुए अपनी दावेदारी के साथ-साथ अपनी बेटी नीतू सिंह को टिकट दिलाने की दौड़ में शामिल है. वहीं उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक भी कानपुर लोकसभा से दावेदारी कर सकते हैं जोकि अपने आप में एक बड़ा नाम है. इसी के चलते वो कानपुर में लगतार दौरे करते नजर आ रहे हैं. इस दावेदारी की दौड़ में एक नाम सतीश महाना का भी है जो विधान सभा अध्यक्ष के पद पर विराजमान है और केंद्र की राह देख रहे हैं.
अकबरपुर का भी यही हाल
अकबरपुर लोकसभा में वर्तमान बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भी 70 पार हो चुके हैं और अपने बेटे विकास सिंह के लिए भी साइड से दावेदारी कर रहे है. ताकि उनकी टिकट कटे तो बेटे को टिकट मिल सके. इस सीट से भी यूपी सरकार में राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति अनिल शुक्ला भी यहां से दौड़ में शामिल है. इनके अलावा कानपुर से बीजेपी विधायक अभिजीत सांगा भी अपनी दावेदारी कर रहे हैं.
मोदी सरकार में 70 साल की उम्र पार कर चुके सांसदों और दावेदारों के लिए शीर्ष नेतृत्व की तरफ से किए गए
एलान ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं. अगर उन्हें किसी वजह से टिकट नहीं मिल पाता है तो वो अंदर खाने से पार्टी को कमजोर कर सकते हैं.