Lok Sabha Election 2024: यूपी में बीजेपी ने शुरू किया 'गुपचुप सर्वे', लोकसभा में टिकट देने से पहले उम्मीदवारों का ऐसे होगा टेस्ट
BJP Survey Lok Sabha Election 2024: बीजेपी का लक्ष्य यूपी में सभी 80 लोकसभा सीटें जीतने का है. इनमे से पार्टी ने कुछ सीटों को रेड जोन में रखा है. इन सीटों का चयन लोकसभा परिणाम के आधार पर किया गया है.
UP News: साल 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश भर में गुपचुप सर्वे शुरू कर दिया है. बीजेपी सभी 80 लोकसभा सीटों पर तीन स्तर से सर्वे करा रही है. पार्टी सूत्रों की माने तो लोकसभा चुनाव के टिकट बंटवारे में इस सर्वे की अहम भूमिका होगी. इस 3 स्तरीय सर्वे में से दो सर्वे में जिन दावेदारों के नाम आएंगे उन्हें पैनल में जगह मिल सकती है. प्रत्याशी चयन में उन्हीं नामों पर मंथन किया जाएगा. तीनों सर्वे की रिपोर्ट मिलाकर ही पार्टी चुनाव का रोडमैप तैयार करेगी.
खास बात ये है कि सर्वे को इस तरह अंजाम दिया जाएगा कि मौजूदा सांसद को भी पता नही चलेगा की कब उनकी अंदर खाने रिपोर्ट तैयार हो जाएगी. सर्वे टीम के सदस्य अपनी पहचान छुपाते हुए प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में जाकर मौजूदा सांसद की छवि, क्षेत्र में उसकी उपस्थिति, जनता से व्यवहार को लेकर अन्य जानकारी इकट्ठा करेंगे. इसके अलावा प्रत्याशी बदलने पर चुनावी स्थिति, संभावित दावेदार, जातीय समीकरण का भी आकलन किया जाएगा. जनता के बीच चुनावी मुद्दे, मोदी योगी सरकार की योजनाओं की उपलब्धियों का असर, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर समेत राष्ट्रवाद के अन्य मुद्दों का जनता के बीच राजनीतिक प्रभाव की भी जानकारी जुटाई जा रही. सूत्रों की माने तो इस सर्वे के लिए नियुक्त एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने राजधानी में डेरा जमाया हुआ है.
पार्टी का लक्ष्य यूपी में सभी 80 लोकसभा सीटें जीतने का है. इनमे से पार्टी ने कुछ सीटों को रेड जोन में रखा है. इन सीटों का चयन 2014 और 2019 के लोकसभा परिणाम के आधार पर किया गया है. बीजेपी ने सहारनपुर, रामपुर, आज़मगढ़, अंबेडकर नगर, अमरोहा, जौनपुर, नगीना, मुरादाबाद, लालगंज, श्रावस्ती, बिजनौर, गाजीपुर, घोसी, संभल, मैनपुरी और रायबरेली को रेड जोन में रखा है. रेड जोन के इन सीटों पर गहन सर्वे कराया जा रहा है. इसके माध्यम से पिछली बार हार के कारणों के साथ आगामी चुनाव में जीत के उपाय तलाशे जाएंगे.
इन लोगों से की जाएगी बातचीत
सर्वे टीम के सदस्य किसी भी जिले में जाकर अपना परिचय नहीं देंगे. बल्कि चाय की दुकान, सरकारी एवं निजी दफ्तरों, पार्क, प्रबुद्ध लोगों, महिलाओं और युवाओं के बीच जाकर उनसे निर्धारित बिंदुओं के अनुसार बातचीत करेंगे जिसे सर्वे रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा.
लोकतंत्र का स्वरूप विकृत हो रहा
वहीं बीजेपी की इस तैयारी पर सपा विधायक डॉ. मनोज पांडेय ने कहा कि जनता को सोचने का अवसर देना चाहिए, जनता को लोकतंत्र में निष्पक्ष मतदान का भी अवसर देना चाहिए. जिस तरह से ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत, नगर निकाय के चुनाव में हुआ अगर यही असली लोकतंत्र का स्वरूप है तो मुझे लगता लोकतंत्र का स्वरूप विकृत हो रहा. लोकतंत्र को बचाना, संविधान की भावनाओं को बचाना एक चुनी हुई सरकार की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती, चुनाव निष्पक्ष हो. जनता को अधिकार है चाहे जिसे वोट दे, उसे बाधित ना किया जाए, दबाव ना बनाया जाए. जब निष्पक्ष मतदान होगा उत्तर प्रदेश और देश की जनता एक बड़े परिवर्तन का मूड बना कर बैठी हुई है.
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