UP Politics: यूपी में सपा-कांग्रेस के बीच नहीं सुलझा सीट शेयरिंग का फॉर्मूला, शेयर की सूची, जानें- कहां फंसा है मामला?
SP-Congress Meeting: यूपी में सीटों के बँटवारे को लेकर कांग्रेस और सपा के बीच बुधवार को बैठक हुई, लेकिन अब तक कोई फाइनल फैसला नहीं हो सका है.
UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन में बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया है. बुधवार को यूपी में सीट शेयरिंग को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच बैठक हुई, लेकिन अभी तक सीट बंटवारे का फॉर्मूला नहीं सुलझ पाया है. बैठक के बाद सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि आधा रास्ता तय हो गया है और आधा बाकी है.
दिल्ली में बुधवार को कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक के घर पर सपा और कांग्रेस के प्रतिनिधियों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर बात हुई है. इस बैठक में सपा की ओर से पार्टी महासचिव राम गोपाल यादव, जावेद अली, लालजी वर्मा और उदयवीर सिंह का एक पैनल पहुंचा था. बैठक में प्रदेश की हर सीट को लेकर बातचीत हुई. दोनों दलों ने अपनी-अपनी पसंद की सीटों की सूची एक-दूसरे के साथ साझा की लेकिन अभी तक आख़िरी फ़ैसला नहीं हो पाया है.
सीट शेयरिंग पर नहीं हो सका फ़ैसला
बैठक के बाद सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि आधा रास्ता तय हो गया है, आधा अभी और बाक़ी है. वहीं बैठक को लेकर कांग्रेस नेता सलमान ख़ुर्शीद ने कहा कि सीटों को लेकर फैसला नहीं हुआ है. अभी हमने अपनी-अपनी सूची दी है और एक दूसरे के साथ सीटों को लेकर अपने-अपने तथ्य विस्तार से साझा किए हैं. हमें उम्मीद है कि इस पर उनकी तरफ से भी कुछ और प्रतिक्रियाएं आएंगी, उसकी बाद हम फाइनल फैसला लेंगे.
दोनों दलों ने शेयर की सीटों की लिस्ट
कांग्रेस नेता ने कहा, सपा के साथ सभी सीटों को लेकर बात हुई है. लेकिन हम किन-किन सीटों पर लड़ेंगे आपस में हम तय करके लड़ेंगे उस पर निर्णय होगा. हमने हर सीट पर जिसपर हमें या उन्हें दिलचस्पी है उस पर बात हुई है. जब सब तय हो जाएगा तो हम आपको बता देंगे. अगली बैठक बहुत जल्द होगी. उन्होंने कहा कि अगर जरुरी हुआ तो राहुल गांधी या मल्लिकार्जुन खड़गे अखिलेश यादव से बात करेंगे. आधा रास्ता उनके और हमारे बीच में है. हम दोनों चाहते हैं कि रास्ता पूरा हो
बसपा से गठबंधन पर सलमान खुर्शीद ने कहा कि ये हमारा नेतृत्व तय करेगा. माना बजा रहा है कि सपा कांग्रेस को 10-15 सीटें देने के पक्ष में हैं जबकि कांग्रेस 20-25 सीटों पर दावेदारी कर रही है. मायावती ने अकेले चुनाव लड़ने का एलान किया है, जिससे प्रदेश में विपक्ष की लड़ाई मुश्किल हो गई है. ऐसे में दोनों दल फूंक-फूंककर कदम रख रहे हैं.