Lok Sabha Election 2024: बीजेपी सांसद निरहुआ की अखिलेश यादव को चुनौती, जानें- किस सीट पर चुनाव लड़ने का दिया चैलेंज
UP Lok Sabha Chunav 2024: बीजेपी सांसद निरहुआ ने अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आजमगढ़ को और आजमगढ़ की जनता अखिलेश को भूल चुकी है.
UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर देश में सियासी हलचल तेज है. अब बीजेपी सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को 2024 का लोकसभा चुनाव आजमगढ़ से लड़ने की चुनौती दी है. उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि 2024 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव आजमगढ़ से चुनाव लड़े, तो बहुत मजा आएगा.
आजमगढ़ से बीजेपी सांसद निरहुआ ने आगे कहा कि 2019 के चुनाव में महागठबंधन था. इस वजह से अखिलेश यादव बच गए थे, इस बार भी वह एक गठबंधन बना रहे हैं. अखिलेश यादव से लड़ाई लड़ने में बड़ा मजा आता है. आज सपा मुखिया अखिलेश यादव सरायमीर क्षेत्र में एक वैवाहिक कार्यक्रम में शिरकत करने आ रहे हैं. अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए निरहुआ ने कहा कि अखिलेश यादव 6 महीने बाद आजमगढ़ आ रहे हैं. जिस तरह से वह आजमगढ़ को भूल गए हैं आजमगढ़ की जनता भी उनको भूल चुकी है.
अखिलेश यादव पर सांसद निरहुआ का निशाना
उन्होंने कहा कि एक जमाना था कि इनका परिवार सिर्फ जीत का सर्टिफिकेट लेने आता था, लेकिन जब से जनता ने मुझे सांसद चुना है, मैं लगातार जनता के बीच में हूं और इस बात से जनता बेहद खुश है. हाल ही में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा था कि जब भगवान की कृपा होगी तब वह रामलला का दर्शन करने अयोध्या जाएंगे, अखिलेश यादव की इस बात पर सहमति जताते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि जब भगवान की कृपा होती है तभी भगवान बुलाते हैं. व्यक्ति इसी भ्रम में रहता है कि वह पीएम है, सीएम है, डीएम है, जबकि बिना भगवान की इच्छा के कुछ नहीं होता.
"आजमगढ़ में बढ़ाई जाएंगी खेल सुविधाएं"
कन्नौज से बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक के इस बयान पर की रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में अखिलेश यादव को ना बुलाया जाए, इस पर निरहुआ ने बोलने से इनकार कर दिया. जिला मुख्यालय स्थित सुखदेव पहलवान स्टेडियम में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता का उद्घाटन करने आए बीजेपी सांसद में कहा कि स्टेडियम में जो भी मूलभूत जरूरतें हैं उनका एस्टीमेट बनाकर भेजा जा चुका है. जल्द ही खेल सुविधाएं यहां बढ़ाई जाएंगी. जिले में महायोजना की फाइल मुख्यमंत्री की टेबल पर है. उनका हस्ताक्षर होते ही आजमगढ़ में महायोजना लागू हो जाएगी.
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