Lok Sabha Election 2024: अखिलेश यादव के इस फैसले से सपा और कांग्रेस में बढ़ सकती है दूरी, यूपी में आसान नहीं दिख रही INDIA की राह
UP Lok Sabha Election 2024: सपा ने11 सीटें देने का प्रस्ताव दिया है, हालांकि अभी तक यूपी कांग्रेस ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. अब अखिलेश के एक और फैसले से कांग्रेस की त्योरियां चढ़ सकती हैं.
UP Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में सभी 80 सीटें जीतने के लक्ष्य के साथ मैदान में उतर रही समाजवादी पार्टी ने दो लोकसभा क्षेत्रों के लिए बड़ा फैसला किया है. सपा के इस फैसले का असर यूपी में INDIA अलायंस पर भी पड़ने के आसार हैं. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीते दिनों एक आदेश में कहा कि पार्टी की यूपी इकाई के अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को मिर्जापुर लोकसभा सीट और सुरेंद्र सिंह पटेल को वाराणसी का प्रभारी नामित किया गया है.
यूपी के पूर्व सीएम द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में कहा गया है- नरेश उत्तम पटेल, प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश को लोकसभा मिर्जापुर (79) और सुरेंद्र सिंह पटेल, पूर्व मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार को लोकसभा वाराणसी (77) का प्रभारी नामित किया जाता है.
माना जा रहा है कि सपा नरेश उत्तम पटेल को मीरजापुर सीट और वाराणसी सीट से सुरेंद्र सिंह पटेल को मैदान में उतार सकती है. मीरजापुर लोकसभा सीट से फिलहाल केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल सांसद हैं. वह अपना दल एस के टिकट पर मीरजापुर का लोकसभा में प्रतिनिधित्व करती हैं.
वाराणसी के बारे में लग रहीं ये अटकलें
वहीं सुरेंद्र सिंह पटेल को लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि सपा उन्हें वाराणसी से उम्मीदवार घोषित कर सकती है. अगर सपा ऐसा करती है तो भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (I.N.D.I.A.) के परचम तले यूपी में साथ आने की कोशिश कर रही कांग्रेस के साथ उसके रिश्तों में और खाई पैदा हो सकती है.
दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा, चंदौली, वाराणसी, भदोही के रास्ते यूपी में आगे बढ़ेगी. लोकसभा चुनाव के संदर्भ में कांग्रेस वाराणसी सीट पर भी अपना दावा ठोंक रही है.
इससे पहले सपा ने जिन 16 सीटों पर अपने प्रत्याशियों का एलान किया है उसमें भी कुछ ऐसी सीटें हैं जिन पर कांग्रेस दावा कर रही है. शुक्रवार को ही कांग्रेस सूत्रों ने एबीपी न्यूज़ से दावा किया है कि सपा जिस तरह से एकतरफा फैसला कर रही है वह उचित नहीं है.
सपा ने कांग्रेस को 11 सीटें देने का प्रस्ताव दिया है. हालांकि वह सीटें कौन सी हैं अब तक इसका खुलासा भी नहीं हुआ है और न ही यूपी कांग्रेस ने इस पर कोई प्रतिक्रिया दी है. सपा ने जब 16 सीटों पर प्रत्याशियों का एलान किया था तब यूपी कांग्रेस के चीफ अजय राय ने कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो हम सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.
यह देखना दिलचस्प होगा कि मीरजापुर और वाराणसी में प्रभारियों के संदर्भ में जो फैसला किया है कुछ ऐसा ही अगर टिकट वितरण में भी जारी रहा तो कांग्रेस और सपा के बीच रिश्ते कितने दिन तक टिके रहेंगे.