Lok Sabha Elections 2024: पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की भतीजी मारिया आलम के वोट जिहाद वाले बयान को लेकर बवाल मच गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम बीजेपी नेता इस बयान को लेकर कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पर हमले कर रहे हैं. मारिया आलम ने फ़र्रुख़ाबाद की एक सभा में मुस्लिम समाज से एकजुट होकर वोटों का जिहाद करने की अपील की थी.
मारिया आलम का बयान कांग्रेस के लिए मुसीबत बन गया है. बड़ी बात ये ही मारिया कोई साधारण शख़्सियत नहीं है वो काफी शिक्षित परिवार से आती है. राजनीति से लेकर शिक्षा के क्षेत्र में उनके परिवार का खासा रसूख रहा है. चाचा सलमान खुर्शीद के अलावा उनके परिवार भारत और पाकिस्तान को चार वीसी मिल चुके हैं. यही नहीं उनके पिता भी समाजवादी पार्टी में बड़े पद पर रह चुके हैं.
कौन हैं मारिया आलम?
मारिया आलम दिवंगत सपा नेता इज़हार आलम खान की बेटी है. इजहार आलम कायमगंज विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं और समाजवादी पार्टी के फर्रुखाबाद जिला उपाध्यक्ष रह चुके हैं. अब मारिया फर्रुखाबाद से ही सपा की जिलाध्यक्ष हैं. मारिया के चाचा सलमान ख़ुर्शीद कांग्रेस के बड़े नेता होने के साथ यूपीए सरकार में कानून मंत्री और विदेश मंत्री पद पर रह चुके हैं. मारिया आलम भारत के तीसरे राष्ट्रपति जाकिर हुसैन की परपोती हैं.
मारिया आलम ने दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से ह्यूमन साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. राजनीति के साथ-साथ वो समाज सेवा में भी बढ़चढ़कर हिस्सा लेती है और कई आंदोलनों में देखी जा सकती हैं. उनके पति सरोज उमर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस के प्रोफेसर हैं.
दरअसल मारिया आलम ने फर्रुखाबाद की एक सभा में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के समर्थन में चुनावी जनसभा की थी, जिसमें उन्होंने मुस्लिम समाज के लोगों को संबोधित करते हुए उन्हें बहुत अक़्लमंदी और खामोशी के साथ मिलकर वोटों का जिहाद करने की बात की थी. उन्होंने कहा कि हम लोग सिर्फ़ वोटों का जिहाद ही कर सकते हैं. जिससे इस सरकार को भगाया जा सकता है.