UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल की राहें अब जुदा हैं. एक तरफ सपा मुखिया अखिलेश यादव रालोद मुखिया जयंत चौधरी को घेरने की तैयारी में जुटे हूं तो दूसरी तरफ जयंत भी उनसे पीछे नहीं रहना चाहते हैं. रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने मेरठ में अखिलेश यादव को बड़ा झटका दे दिया है. सपा के पूर्व विधायक गोपाल काली ने दिल्ली में जयंत चौधरी की मौजूदगी में रालोद में शामिल हुए हैं. 


लोकसभा चुनाव से पहले सपा और आरएलडी अपना अपना कुनबा बढ़ा रहें हैं. अभी कुछ दिन पहले अखिलेश यादव ने आरएलडी युवा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष लतेश बिधूड़ी को सपा ज्वॉइन कराकर जयंत चौधरी को झटका दिया था. लतेश बिधूड़ी गुर्जर बिरादरी से हैं और गुर्जरों के बड़े नेता करतार भड़ाना के दामाद हैं. अब जयंत चौधरी ने अखिलेश के नेता पूर्व एमएलए गोपाल काली को साइकिल से उतारकर नल थमा दिया. गोपाल काली जाटव समाज से आते हैं. यानि साफ है कि जयंत ने अखिलेश से मेरठ का बदला मेरठ में ले लिया. चर्चा है कि दोनों ही दल एक दूसरे के दलों में सेंध लगा रहें हैं और जल्द कुछ और लोग पाला बदल सकते हैं.


कौन हैं पूर्व एमएलए गोपाल काली?


गोपाल काली साल 1994 में हस्तिनापुर विधानसभा सीट से बीजेपी से विधायक बने. बीजेपी से टिकट न मिलने से नाराज होकर उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान अखिलेश की मौजूदगी में मेरठ में सपा ज्वॉइन कर ली. 62 साल के हैं और मूल रूप से मवाना मोहल्ला तिहाई के रहने वाले हैं. परिवार में पत्नी सुनीता और चार बेटे और एक बेटी हैं. आरएलडी नेता एडवोकेट सोहराब ग्यास ने सपा में सेंध लगाई और दिल्ली ले जाकर जयंत चौधरी की मौजूदगी में आरएलडी ज्वॉइन करा दी.


जयंत चौधरी ने हमारे समाज का मंत्री बनवाया- गोपाल काली


सपा छोड़ने और आरएलडी ज्वॉइन करने पर जब पूर्व एमएलए गोपाल काली से बात की गई तो उन्होंने कहा मुझे अखिलेश यादव ने टिकट देने का वादा किया था, लेकिन नहीं दिया. मेरे लिए सपा कुछ सोच ही नहीं रही थी, जयंत चौधरी ने जाटव समाज से आने वाले अनिल कुमार को योगी मंत्रीमंडल में कैबिनेट मंत्री बनवा दिया. हमारे समाज के लिए जयंत चौधरी ने इतना सोचा बस इससे ही प्रभावित होकर आरएलडी ज्वॉइन कर ली. जयंत चौधरी के हाथ मजबूत करूंगा.


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