Lok Sabha Election 2024: मुरली मनोहर जोशी ने तोड़ा था कांग्रेस का तिलिस्म, अब कानपुर में बीजेपी ने नए चेहरे पर लगाया दांव
UP Lok Sabha Election 2024: कभी कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली कानपुर लोकसभा सीट में बीजेपी ने इस बार मौजूदा सांसद का टिकट काटकर रमेश अवस्थी पर दांव लगाया है.
![Lok Sabha Election 2024: मुरली मनोहर जोशी ने तोड़ा था कांग्रेस का तिलिस्म, अब कानपुर में बीजेपी ने नए चेहरे पर लगाया दांव Lok Sabha Election 2024 UP Kanpur Lok sabha seat political history bjp candidate ramesh awasthi ann Lok Sabha Election 2024: मुरली मनोहर जोशी ने तोड़ा था कांग्रेस का तिलिस्म, अब कानपुर में बीजेपी ने नए चेहरे पर लगाया दांव](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/04/17/18af18bfd813fd73473453a6a2200edd1713346717466898_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
UP Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव देश की सरकार बनाने का चुनाव है लोकसभा चुनाव जीतकर प्रत्याशी अपने दल को मजबूती देते हैं और एक नई सरकार को बनने में बहुमत का हिस्सा बनते हैं. आज हम बात कर रहे हैं यूपी की कानपुर लोकसभा सीट की. वैसे तो कानपुर लोकसभा सीट सन 1952 से वजूद में हैं और कांग्रेस का गढ़ भी मानी जाती है लेकिन 2014 में कांग्रेस के इस तिलिस्म को बीजेपी के मुरली मनोहर जोशी ने तोड़ा था. बीजेपी ने 2024 में इस सीट पर नए चेहरे पर दांव लगाया है. एक तरफ दो दलों की खुली ललकार है ऐसे में बीजेपी का नया चेहरा इस सीट पर बीजेपी की साख कैसे बचा पाएगा.
कांग्रेस ने कानपुर सीट से 7 बार जीत दर्ज की है और बीजेपी ने 5 बार लगातार 1999 से 2009 तक यहां कांग्रेस के प्रकाश जायसवाल ने अपना कब्जा बरकरार रखा और किसी को अपने आस पास भटकने नही दिया. 2014 की मोदी लहर में भाजपा के मुरली मनोहर जोशी को यहां से चुनाव मैदान उतरा गया. जोशी ने यहां कांग्रेस के तिलिस्म को तोड़कर अपने पैर जमा लिया जिसके बाद से बीजेपी यहां लगातार 2019 तक काबिज रही.
एकजुट हुआ विपक्ष
बीजेपी ने 2024 के चुनाव में वर्तमान सांसद सत्यदेव पचौरी की जगह रमेश अवस्थी को चुनाव मैदान में उतारा है. रमेश अवस्थी को लेकर कहा जाता है कि उनकी जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच कुछ खास पकड़ नहीं है. वहीं अब यूपी में बीजेपी को हराने के लिए सपा और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ने का निर्णय किया है. साथ ही अन्य कुछ दल भी इस गठबंधन में शामिल होकर गठबंधन की ताकत को बढ़ा चुके हैं.
वहीं इस सीट पर बीजेपी के नए चेहरे को उतारें जाने को लेकर चर्चा तेज है कि रमेश अवस्थी से पार्टी के कुछ दिग्गज नेता खुश नही है और न चाहते हुए भी उन्हें ऊपरी मन से उनके साथ खड़ा होना पड़ रहा है. वर्तमान सांसद सत्यदेव पचौरी इस सीट पर लड़ना चाहते थे लेकिन उम्र की सीमा, लोकप्रियता और जीत की संभावना के चलते बीजेपी ने इस बार रमेश अवस्थी पर दांव लगाया है. वहीं इस सीट पर पचौरी अपनी बेटी नीतू सिंह की दावेदारी का भी दम भर रहे थे. कानपुर की मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडे भी इस कतार में शामिल थी, इनके अलावा सतीश माहना, और सुरेंद्र मैथानी भी टिकट की दौड़ में थे लेकिन बीजेपी ने सबकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. नए चेहरे पर इस सीट का दारोमदार छोड़ दिया है.
विपक्षी गठबंधन कैसे हो रहा है बीजेपी पर हावी
सपा कांग्रेस गठबंधन इस सीट पर मजबूती से लड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. बीजेपी ने ब्राह्मण प्रत्याशी उतारा तो कांग्रेस की ओर से इस सीट पर आलोक मिश्रा को टिकट दी है. कानपुर सीट का मुकाबला ब्रहामण वर्सेस ब्राह्मण की टक्कर का है. ब्राह्मण वोट बैंक में सेंधमारी के संकेत दे रही है. वहीं सपा गठबंधन में शामिल होकर यादव, मुस्लिम , सपा का फिक्स वोट तो जोड़ेगी. साथ ही ब्राह्मण कांग्रेस प्रत्याशी कांग्रेस का वोट बैंक, ब्राह्मण, ओबीसी, कुशवाहा वोट पाएगी जो बीजेपी को कड़ी टक्कर दे सकता है. वहीं बीजेपी अब अपने कलह और नए चेहरे की बदौलत इस सीट पर अपनी साख किस रणनीति से बचा पाएगी? ये बड़ा सवाल है.
ये भी पढ़ें: Ram Navami Ayodhya Surya Tilak: रामनवमी पर भगवान सूर्य ने किया प्रभु श्री राम का अभिषेक, सूर्य तिलक का Video Viral
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)