UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में मतदाताओं को खुद से जोड़ने के लिए और बूथ तक पहुंचाने के लिए BSP एक बूथ पांच यूथ का महाअभियान चला रही है. ये अभियान पिछले दो साल से चल रहा है. मगर चुनाव के मौके पर इसकी लगातार समीक्षा की जा रही है और फीडबैक के आधार पर जरूरी सुधार किए जा रहे हैं. ये युवा बूथवार पार्टी की नीतियों और बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो और यूपी की पूर्व सीएम मायावती के गर्वनेंस मॉडल को आम वोटरों तक पहुंचाने की दिशा में जुटे हुए हैं.
मायावती ने दो साल पहले ही गांव चलो अभियान चालू किया था. बूथ कार्यकर्ताओं को इस अभियान के तहत बड़े पैमाने पर गांव के वोटरों को जोड़ने और उन्हें बूथ तक लाने के निर्देश दिए गए हैं. BSP एक काडर बेस्ड पार्टी है. उसने इस बूथ अभियान को मुकम्मल करने के लिए अलग अलग स्तर पर चुनावी रणनीति को मुकम्मल करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं. बूथ लेवल कमेटी, सेक्टर कमेटी, जोन कमेटी, जिला कमेटी, मंडल कमेटी, स्टेट कमेटी से लेकर नेशनल कमेटी तक को इस काम में लगा दिया गया है. टॉप लेवल से इसकी लगातार मॉनिटरिंग जारी है.
बूथ लेवल पर पार्टी की ओर से लगातार मीटिंग्स आयोजित की जा रही हैं जिसमें बूथ कार्यकर्ताओं के कामकाज की समीक्षा की जा रही है और उन्हें जरूरी दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं.
मायावती के उत्तराधिकारी आकाश आनंद मायावती के मार्गदर्शन में लगातार इस अभियान की समीक्षा कर रहे हैं.
क्या है बूथ कार्यकर्ताओं का मिशन?
बूथ कार्यकर्ताओं का मिशन है कि वे हर बूथ पर बोनस वोट सुनिश्चित करें. ये बोनस वोट BSP के काडर वोटों से अलग वोट होंगे. इसके लिए उन वोटरों से लगातार संपर्क किया जा रहा है जो परंपरागत रूप से BSP के खाते में नही रहे हैं. उन्हें भी पार्टी की नीतियों और मायावती के गर्वनेंस मॉडल की जानकारी देकर जोड़ने का काम किया जा रहा है.
अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में विशेष तौर पर मायावती की नीतियों और पार्टी के अल्पसंख्यक हितैषी कार्यक्रमों का प्रचार किया जा रहा है. BSP की योजना कि दलित और अल्पसंख्यक वोट बड़ी तादाद में उसके खाते में जाएं जिससे कि वह बड़ा उलटफेर कर सके.