UP Lok Sabha Election 2024: साल 2024 के बाद वाराणसी सांस्कृतिक राजधानी के साथ-साथ राजनीति का भी बहुत बड़ा अखाड़ा बन चुका है. उत्तर प्रदेश की पूर्वांचल सीटों का वाराणसी बहुत बड़ा केंद्र है. विशेष तौर पर 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के सांसद बनने के बाद से इस सीट पर देश और दुनिया की नजर बनी रहती है. साल 2014 के बाद 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी के सांसद चुने गए. साल 2014 में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने जरूर उन्हें वाराणसी की सीट पर टक्कर दी थी लेकिन 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने 479505 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी. साल 2024 चुनाव को लेकर वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी एक बार फिर चुनावी मैदान में है, लेकिन अभी तक I.N.D.I.A गठबंधन की तरफ से वाराणसी में किसी भी प्रत्याशी का एलान नहीं हुआ है. इसी बीच वाराणसी के अलग-अलग क्षेत्र में लगे पीएम मोदी के समर्थन में पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है.
2019 में पीएम मोदी ने हासिल किए रिकॉर्ड 56% से अधिक वोट
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिकॉर्ड 56% से अधिक वोट प्राप्त कर वाराणसी की सीट पर बड़ी जीत हासिल की थी. साल 2024 के लोकसभा चुनाव में वह तीसरी बार भी वाराणसी से चुनावी मैदान में है. हालांकि अभी तक वाराणसी से इंडिया गठबंधन की तरफ से कोई भी प्रत्याशी का एलान नहीं हुआ है. लेकिन इसी बीच वाराणसी के तकरीबन आधा दर्जन से अधिक अलग-अलग क्षेत्र में लगा पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है.
दरअसल अखिल भारतीय मनीषी परिषद की तरफ से जारी इस पोस्टर में लिखा गया है कि काशी की जनता का अनुरोध मोदी जी अब की निर्विरोध. इस पोस्टर पर लिखा कथन के बाद लोगों के बीच चर्चा है कि क्या अब तक विपक्ष के पास कोई भी ऐसा बड़ा चेहरा नहीं मिल सका जो प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ सके.
2024 में पीएम के खिलाफ कौन होगा चुनावी मैदान में
साल 2014 लोकसभा चुनाव में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस से अजय राय जैसे बड़े चेहरे ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ा था. लेकिन 2019 के बाद से कोई भी बड़ा चेहरा पीएम मोदी को सीधे तौर पर वाराणसी की लोकसभा सीट पर चुनौती नहीं दे सका हैं. ऐसे में वाराणसी के अलग-अलग क्षेत्र में बुद्धिजीवी वर्ग से जुड़े संगठन द्वारा लगाया गया यह पोस्टर विपक्षीय दलों पर तंज कस रहा है, जिन्होंने अभी तक वाराणसी सीट से प्रत्याशी घोषित नहीं किया है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि क्या 2024 में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ विपक्ष का कोई बड़ा चेहरा वाराणसी की सीट पर चुनाव लड़ता है या नहीं.