Lok Sabha Election 2024: 'मिलते हैं चुनाव के मैदान में', RLD नेता ने धोखे का जिक्र कर अखिलेश यादव को सुनाई खरी-खरी
Lok Sabha Election 2024 UP: सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि मैं अब वो चवन्नी वाली बात नहीं कहूंगा. जिनपर मुझे भरोसा था कि वो समाजवादियों का साथ देंगे बीजेपी ने उन्हें तोड़ने का काम किया है.
UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद से ही राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर हमलावर हैं. वहीं उत्तर प्रदेश में 80 सीटों के लिए इस बार कांग्रेस-सपा एक साथ हैं तो वहीं बीजेपी के साथ भी रालोद, सुभासपा, निषाद पार्टी, अपना दल (एस) है. वहीं अखिलेश यादव ने रालोद और पल्लवी पटेल द्वारा उनका साथ छोड़ने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम उनकी डिमांड पूरी नहीं कर पा रहे थे इसलिए उन्होंने हमारा साथ छोड़ा. वहीं अब इस पर रालोद नेता रोहित अग्रवाल ने पलटवार किया है.
रोहित अग्रवाल ने एक्स पर लिखा-"गठबंधन का मतलब एक दूसरे का सम्मान होता है, आप (अखिलेश यादव) कौन होते हैं हमसे प्रत्याशी पूछने वाले क्या अपनी अन्य सीटों पर अपने प्रत्याशी हमसे साझा किए थे? किसी को छोटा समझना बहुत आसान होता है और आपके स्वयं के कार्यालय में किन शब्दों का प्रयोग होता है वह भी हमें जानकारी है. ओमप्रकाश राजभर, पल्लवी पटेल, राष्ट्रीय लोकदल, आपके स्वयं के विधायक आपसे अलग हो गए हैं, आज अकेले खड़े हैं आप एक बार आत्म चिंतन जरूर करिएगा. खैर, धोखा किसने दिया यह तो जनता तय करेगी, मिलते हैं चुनाव मैदान में."
गठबंधन का मतलब एक दूसरे का सम्मान होता है, आप @yadavakhilesh कौन होते हैं हमसे प्रत्याशी पूछने वाले क्या अपनी अन्य सीटों पर अपने प्रत्याशी हमसे साझा किए थे?
— Rohit Agarwal (@rohitagarwal850) March 23, 2024
किसी को छोटा समझना बहुत आसान होता है और आपके स्वयं के कार्यालय में किन शब्दों का प्रयोग होता है वह भी हमें जानकारी है।…
एबीपी न्यूज के कार्यक्रम घोषणापत्र में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से पूछा गया कि बिछड़े सभी बारी-बारी का कुछ खेल आपके साथ हो रहा है. जयंत चौधरी चले गए, स्वामी प्रसाद मौर्य और अब पल्लवी पटेल के बाद अब स्वामी देव मौर्य के नाराजगी की खबरें आ रही हैं. इस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा "लोग हमारा साथ नहीं छोड़ रहे हैं. उनकी डिमांड को मैं पूरा नहीं कर पा रहा हूं. हमारा लक्ष्य बीजेपी को हराना है."
वहीं अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए कहा था कि मैं अब वो चवन्नी वाली बात नहीं कहूंगा. जिनपर मुझे भरोसा था कि वो समाजवादियों का लंबे समय तक साथ देंगे लेकिन बीजेपी ने उन्हें तोड़ने का काम किया है. आज जो कुछ देने को है वो बीजेपी के पास है. इसके साथ ही अखिलेश यादव ने कहा है कि इंडिया गठबंधन पूरी मजबूती से चुनाव मैदान में है. जनता भी चाहती थी कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी का गठबंधन हो, समाजवादी पार्टी उसी दिशा में आगे बढ़ी. समाजवादियों की हमेशा कोशिश रही है सभी को साथ लेकर चलने की. गठबंधन बन गया है, लोकसभा चुनाव में बीजेपी हारेगी.