UP Lok Sabha Chunav 2024: उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपनी सियासी जमीन तलाश रही समाजवादी पार्टी की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. एक बार फिर टिकट बंटवारे को लेकर समाजवादी पार्टी में खुलकर अंतर्कलह सामने आई है. यूपी की मुरादाबाद लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की तरफ से रुचि वीरा को उम्मीदवार बनाया गया जिसके बाद सांसद एसटी हसन के समर्थकों ने इसका जोरदार विरोध किया. वहीं रुचि वीरा प्रत्याशी बनाये जाने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का एक पत्र इंटरनेट पर वायरल हुआ. वायरल पत्र पर सपा सांसद डॉक्टर एसटी हसन की प्रतिक्रिया सामने आई है.
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा लिखा गया एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसमें मौजूदा प्रत्याशी रुचि वीरा सिंबल कैंसिल करने को लेकर चुनाव आयोग से मांग की गई थी. अब इस वायरल पत्र को लेकर मचे सियासी बवाल के बीच सपा सांसद डॉक्टर एसटी हसन ने खुद मीडिया के सामने आकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
पत्र पर क्या बोलें सांसद एसटी हसन?
सपा सांसद एसटी हसन ने पत्र को लेकर कहा कि, 'अखिलेश यादव यादव चाहते थे कि मैं ही प्रत्याशी रहूं इसीलिए प्राइवेट जेट से भेजा था, उसके लिये उन्होंने इंतजात भी किये थे. उन्होंने आरोप लगाया है कि कुछ बाहरी नेता हैं जो लखनऊ से आए लोगों को ट्रैप कर लिया और रामपुर ले गए और रामपुर में इतनी देर लगा दी कि यहां का टाइम निकल गया. उन्होंने कहा कि, 'अखिलेश यादव आखिरी वक्त तक चाहते थे कि मैं यहां से चुनाव लडूं.'
दरअसल अखिलेश यादव नहीं चाहते थे कि रुचि वीरा प्रत्याशी बनें. इसके लिए अखिलेश यादव ने रुचि वीरा नामांकन वाले दिन फोन कर एसटी हसन को सपोर्ट करने के लिए कहा था, लेकिन रुचि वीरा ने उनकी बात नहीं मानीं. जिसके बाद उन्होंने लखनऊ से मुरादाबाद चुनाव ऑफिसर के पास भेजा लेकिन पत्र समय से न मिल पाने के कारण रुचि वीरा कैंडिडेट बनी रहीं.