UP Lok Sabha Election 2024: कैराना लोकसभा सीट पर आरएलडी नेताओं के तेवर समाजवादी पार्टी को लेकर और तल्ख होते जा रहें हैं. लगातार आरएलडी नेताओं के बयान सुर्खियां बन रहें हैं और गठबंधन की मुश्किलें बढ़ा रहें हैं. कैराना में हुए संवाद कार्यक्रम में जयंत चौधरी के विधायक ने न सिर्फ अखिलेश यादव बल्कि गठबंधन पर भी बड़ी बात कह डाली. आरएलडी विधायक की ये बात अखिलेश यादव को चुभ सकती है. आरएलडी नेताओं के तल्ख तेवर देखकर लगता है कि कैराना लोकसभा सीट पर आरएलडी सपा से दो दो हाथ करने को तैयार है.
कैराना लोकसभा के तहत आने वाली थाना भवन विधानसभा सीट से आरएलडी विधायक अशरफ अली ने कहा कि हमें बोल्ड स्टेप लेने होंगे. आरएलडी अकेले भी चुनाव जीत सकती है, क्योंकि आज माहौल बदला हुआ है और जनता आरएलडी की तरफ देख रही है. इसलिए किसी भी दूसरे दल का प्रत्याशी कैराना में चुनाव लड़ेगा तो नुकसान ही होगा. उन्होंने किसानों के मसीहा और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का जिक्र किया कि वो भी दौर था जब राजस्थान, बिहार में हमारे सांसद जीतते थे और हरियाणा में विधायक भी.
विधायक अशरफ अली जयंत चौधरी के खासमखास विधायकों में गिने जाते हैं. साल 2019 में बागपत लोकसभा सीट पर आरएलडी की हार का दर्द उनकी जुबान पर आ गया. कैराना लोकसभा सीट को लेकर उन्होंने सपा आरएलडी गठबंधन पर ही सवाल खड़ा कर दिया. उन्होंने कहा कि गठबंधन से आरएलडी हमेशा नुकसान में रही है, यदि 2019 लोकसभा चुनाव में कैराना लोकसभा सीट पर आरएलडी प्रत्याशी चुनाव लड़ता तो हम बागपत ना हारते. ये बड़ी गलती थी, इस गलती को 2024 में नहीं दोहराना है.
चौधरी साहब गठबंधन में दबाव बनाते थे- अशरफ अली
रालोद विधायक ने कहा कि कैराना लोकसभा सीट पर आरएलडी प्रत्याशी के चुनाव लड़ने का असर मुजफ्फरनगर, मेरठ, बिजनौर और बागपत लोकसभा सीट पर भी पड़ेगा. पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय चौधरी अजीत सिंह का जिक्र करते हुए विधायक ने कहा कि चौधरी साहब गठबंधन में दबाव बनाते थे और सब कुछ क्लियर करते थे, कोई भी डिसीजन लेने में देरी नहीं करते थे.
पश्चिमी यूपी में RLD चुनाव लड़ेगा तो गठबंधन मजबूत होगा
वहीं उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को समझाना चाहिए, मुजफ्फरनगर में भी न हो ऐसा. कैराना लोकसभा सीट ही नहीं, बल्कि मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर भी आरएलडी के सिंबल पर सपा प्रत्याशी को चुनाव लड़ाने की तैयारी है. विधायक अशरफ अली की बातें तो यही इशारा कर रही हैं. उन्होंने कहा ये बात अखिलेश यादव को समझानी चाहिए कि पश्चिमी यूपी में आरएलडी चुनाव लड़ेगा तो गठबंधन मजबूत होगा. आरएलडी नहीं लड़ेगा तो गठबंधन कमजोर होगा. उन्होंने हस्तिनापुर क्षेत्र के प्रभारी कुंवर नरेंद्र सिंह, चुनाव संयोजक पूर्व एमएलए वीरपाल राठी से कहा कि हमारे नेता जयंत चौधरी को हमारा संदेश और भावना बता दीजिएगा. एमएलए अशरफ अली के इस बयान की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
RLD नेताओं से लिया जा रहा है फीडबैक
बता दें कि कुछ दिन पहले पूर्व सांसद अमीर आलम ने भी यहां तक कह डाला था कि आरएलडी के सिंबल पर सपा का कैंडिडेट चुनाव लड़े इससे बड़ी बेइज्जती आरएलडी कार्यकर्ता की हो नहीं सकती. आरएलडी संवाद कार्यक्रम के सहारे नेता और कार्यकर्ताओं का फीडबैक ले रही है. इसी कड़ी में जब आरएलडी के नेता शामली पहुंचे तो आरएलडी विधायक अशरफ अली और तमाम नेताओं ने साफ कह दिया कि आरएलडी के सिंबल पर सपा का नेता चुनाव लडे ये हरगिज मंजूर नहीं. चुनाव संयोजक पूर्व एमएलए वीरपाल राठी ने इस मसले पर कहा कि नेता और कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान होगा और जयंत चौधरी को इस बात से अवगत करा दिया जाएगा. आखिरी फैसला हमारे नेता जयंत चौधरी का होगा, जिसे हर कार्यकर्ता मानेगा.
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