UP Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का मुकाबला करने के लिए जो इंडिया गठबंधन बना था अब उसकी धार कमजोर होती जा रही है. समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस समेत कई छोटे दलों को जोड़कर पीडीए का नारा बुलंद किया था. लेकिन, चुनाव से पहले एक-एक कर उनके साथी छिटक गए और अब यूपी में इंडिया गठबंधन का मतलब सिर्फ सपा और कांग्रेस ही बचा है. 


रविवार को जब दिल्ली के रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन अपनी एकजुटता दिखा रहा था, तो वहीं दूसरी तरफ यूपी में सपा विधायक और अपना दल कमेरावादी ने असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM के साथ हाथ मिला लिया. सपा के पीडीए की काट के तौर पर पल्लवी पटेल ने पीडीएम यानी पिछड़ा, दलित और मुस्लिम को मिलाकर नया मोर्चा तैयार कर लिया. 


पल्लवी पटेल ने बनाया नया मोर्चा
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने पहले से ही इंडिया और एनडीए दोनों गठबंधनों से दूरी बनाई हुई है और अब पल्लवी पटेल ने भी ओवैसी के साथ मिलकर नया मोर्चा बना लिया है. सपा-कांग्रेस की दिक्कतें यहीं खत्म नहीं होती है. एक के बाद एक कई सहयोगी इस गठबंधन से अलग हो चुके हैं. 


सपा के दिग्गज नेता रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव की साथ छोड़कर अपनी अलग नई राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी बना ली है. यही नहीं रविवार को उन्होंने कुशीनगर सीट से चुनाव लड़ने का भी एलान कर दिया है. इधर सपा गठबंधन में शामिल रहे जनवादी पार्टी के अध्यक्ष संजय चौहान को भी उम्मीद थी अखिलेश यादव उन्हें घोसी सीट देंगे, लेकिन सपा ने यहां से राजीव राय को उतार दिया है. 


अब जनवादी पार्टी ने भी यूपी की 30 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है. संजय चौहान 14 सीटों पर उम्मीदवार भी घोषित कर चुके हैं. इसी तरह सपा-कांग्रेस का साथ छोड़ने वालों में एक नाम आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आजाद का भी है. चंद्रशेखर आजाद भी दो सालों से पीडीए को झंडा उठाकर चल रहे थे लेकिन, नगीना सीट पर सपा से बात नहीं बन पाई और उन्होंने भी नामांकन दाखिल कर दिया.


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