UP Lok Sabha Chunav 2024: देशभर में पांच चरणों में लोकसभा चुनाव संपन्न कराए जा चुके हैं. इसी बीच लोगों से बढ़-चढ़कर अपने मत का प्रयोग करने के लिए अपील की जा रही है. अलग-अलग तरीकों से मतदाताओं को वोट करने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है. इसी क्रम में सियासी आरोप प्रत्यारोप के बीच भारतीय सनातन परंपरा के लिए विश्व भर में मशहूर श्री रामकृष्ण मिशन ने स्पष्ट किया है कि स्वामी विवेकानंद जी द्वारा मठ की स्थापना के बाद से ही कोई भी संन्यासी किसी भी चुनाव प्रणाली में भागीदार नहीं रहा है और नाही किसी भी दल कों समर्थन किया है.
लोकसभा चुनाव के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने श्री रामकृष्ण मिशन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि कुछ भिक्षुओं द्वारा आसनसोल में भाजपा के पक्ष में वोट करने के लिए अपील की गई है. इसके अलावा उनके द्वारा भारत सेवाश्रम संघ की तरफ़ से भी भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया गया है. हालांकि इसके बाद देश में सियासी बयानबाजी भी तेज हो चुकी है लेकिन इस पर श्री रामकृष्ण मिशन ने स्पष्ट किया है मठ का कभी भी किसी राजनीतिक दल का समर्थक नहीं रहा है. यहां के सन्यासी राजनीतिक गतिविधियों और चुनावी प्रणाली से पूरी तरह दूर रहते हैं.
श्री रामकृष्ण मिशन के सन्यासी वोट नहीं करते
एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान श्री रामकृष्ण मिशन वाराणसी से जुड़े स्वामी ईशानंद ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने सामाजिक सेवा भाव के उद्देश्य से श्री रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी. जब से श्री रामकृष्ण मिशन की स्थापना हुई है तभी से ही मठ द्वारा किसी भी राजनीतिक दल को कभी समर्थन नहीं किया गया है. यहां के सन्यासी ना ही किसी चुनाव प्रणाली में भागीदार रहे हैं. ममता बनर्जी ने अगर यह आरोप लगाया है तो स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि हमने किसी भी दल का कोई समर्थन नहीं किया है और ना ही किसी को भी कोई दल के पक्ष में वोट करने के लिए अपील की है.
ये भी पढ़ें: 'इंडिया गठबंधन बिन दूल्हे की बारात,' लालगंज में मंत्री संजय निषाद का विपक्ष पर हमला