Uttarakhand Lok Sabha Election 2024: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) को लेकर सियासी सरगरमियां बढ़ गई हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आगामी लोकसभा चुनावों की रणनीति बनाने को लेकर रविवार को एक अहम बैठक की. जिसमें उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीट पर पांच लाख मतों के अंतर से जीत हासिल करने का संकल्प लिया गया.
यहां हुई उच्च स्तरीय बैठक के बाद पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रभारी और राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम ने बताया कि बैठक में राज्य की सभी लोकसभा सीटों को पांच लाख से अधिक वोटों से जीतने का संकल्प लिया गया. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य डॉ लक्ष्मीकांत बाजपेयी की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय किया गया कि पांच लाख वोट के अंतर से सीटें जीतने के लिए कई स्तरों पर बैठकों का क्रम जल्द शुरू किया जाएगा .
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
गौतम ने कहा कि इसके तहत लोकसभा सीटों की ‘कलस्टर’ बैठक, फिर लोकसभा स्तर की बैठक और फिर विधानसभा स्तर की बैठकें की जाएंगी .आज की बैठक के पहले सत्र में राज्य के राजनीतिक एवं प्रशासनिक परिदृश्यों पर चर्चा की गई जबकि दूसरे सत्र में संगठनात्मक समीक्षा एवं आगामी चुनावी रणनीति को अंतिम रूप दिया गया. इसके तहत पन्ना प्रमुख से लोकसभा स्तर तक के कामों और पंचायत सदस्यों से लेकर सांसद तक सभी जनप्रतिनिधियों के सहयोग को लेकर योजना बनाई गई.
अभियान में तेजी लाने पर चर्चा
गौतम ने कहा कि बैठक में मौजूद सभी सांसदों, पूर्व मुख्यमंत्रियों एवं अन्य प्रतिभागियों से चुनाव को देखते हुए रणनीति बनाने को लेकर सुझाव मांगे गए तथा उनके साथ पार्टी के वर्तमान संचालित कार्यक्रमों को अधिक तेज़ी एवं व्यापकता से चलाने के साथ ही चुनावी सभाओं, बैठकों और अन्य कार्यक्रमों को लेकर गहन विमर्श किया गया. उन्होंने कहा कि बैठक में कार्यक्रमों में सभी सांसदों, मंत्रियों एवं विधायकों के पूरी सक्रियता से भागेदारी करने तथा प्रचार प्रसार के लिए मीडिया एवं सोशल मीडिया का पहले से अधिक उपयोग करने का निर्णय लिया गया .
पुराने रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी
पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि भगवान राम का आशीर्वाद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चमत्कारिक नेतृत्व और हमारी सरकारों के कार्यों पर जनता का विश्वास हमारे साथ है और इसलिए सभी पिछले रिकॉर्ड तोड़ कर भाजपा राज्य की सभी लोकसभा सीट को बड़े अंतर से जीतेगी. बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, विजय बहुगुणा, त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत भी मौजूद थे.