Uttarakhand Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव के सियासी रण में नेताओं की बयानबाजी तेज होती जा रही हैं. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) ने बीजेपी पर निशाना साधा है. हरीश रावत ने कहा की अगर बीजेपी इतनी ही मजबूत स्थिति में है तो उसने अपने पचास प्रतिशत सांसदों के टिकट क्यों काटे, क्या उनको अपनी जीत पर भरोसा नहीं है.
उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक और तीरथ सिंह रावत का एक लंबा राजनैतिक जीवन रहा है, कई पदों को उन्होंने सुशोभित किया है. अभी उनमें शारीरिक क्षमता और बौद्धिक ऊर्जा, दोनों बरकरार हैं. मगर इसके बावजूद भाजपा ने उनको हरिद्वार और पौड़ी से उम्मीदवार नहीं बनाया, उनको बदलकर नये, मगर सुपरिचित चेहरों को उम्मीदवार बनाया है. प्रश्न यह है कि ये लोग चुनाव लड़ना चाहते थे, यह सीटिंग सांसद थे, इनका अधिकार बनता था.
बीजेपी की टिकट बंटवारे पर उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि, इन दोनों को उम्मीदवार के रूप में न दोहराकर भाजपा ने केवल इन दोनों को ही नहीं बल्कि हरिद्वार और पौड़ी की जनता को इस नैसर्गिक और प्राकृतिक अधिकार से वंचित कर दिया. वह इन सांसदों से पूछते कि आपने अपने कार्यकाल में क्या-क्या काम किये? चेहरा बदल कर जनता से उसके स्वाभाविक अधिकार को छीनना, यह भारतीय जनता पार्टी की राजनीति का एक हिस्सा हो गया है,
हरीश रावत ने आगे कहा कि, यदि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार ने अच्छा काम किया है तो फिर इनको 50 प्रतिशत से अधिक अपने वर्तमान सांसदों के टिकट क्यों काटने पड़े, उनके स्थान पर क्यों नए चेहरे देने पड़े हैं? इसका स्पष्ट अर्थ है कि बीजेपी पिछले 10 वर्षों के अंदर जो विकास के बड़े-बड़े दावे कर रही है वह खोखले हैं, वह जमीन पर उतरे ही नहीं हैं और जनता दंडित करे उससे पहले चेहरा बदलकर भाजपा जनता की आंखों में धूल झोंकना चाहती है.
हरीश रावत ने बीजेपी को घेरते हुए हमला बोला है हरीश रावत अपने पुत्र वीरेंद्र रावत को हरिद्वार से चुनाव लडा रहे है इसके लिए हरीश रावत कड़ी महंत कर राज है लेकिन कांग्रेस के कार्यकर्ता लगातार हरिद्वार में पार्टी छोड़ रहे है वही अपनी राजनीतिक जमीन बचाने के लिए हरीश रावत एड़ी चोटी का जोर लगा रहे है.